रोहित शर्मा (फोटो-सोशल मीडिया)
स्पोर्ट्स डेस्क: चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत 19 फरवरी से हो रही है। इस टूर्नामेंट की मेजबानी पाकिस्तान को सौंपी गई है। जबकि भारतीय टीम इस टूर्नामेंट के अपने सभी मुकाबले दुबई में खेलेगी। 15 फरवरी को भारतीय टीम दुबई के लिए रवाना होगी। भारत का अभियान 20 फरवरी से शुरू होगा। जहां पहला मुकाबला बांग्लादेश के साथ खेला जाएगा। दुबई भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा के लिए लकी रहा है।
इंग्लैंड को तीन मैचों की वनडे सीरीज में सफाया करने के बाद हौसले काफी बुलंद हैं। इस सीरीज में रोहित शर्मा, विराट कोहली और केएल राहुल भी अच्छी पारियां खेलकर फॉर्म में लौट आए हैं। चैंपियंस ट्रॉफी में अब रोहित शर्मा के बल्ले से रन बरसने की पूरी उम्मीद है। रोहित के लिए दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम लकी रहा है। उनकी कप्तानी में टीम ने 2018 एशिया कप में अजेय रहते चैंपियन बनी थी। भारतीय टीम ने दुबई में कोई मुकाबला नहीं हारा है। टीम ने यहां छह मुकाबले खेले हैं जिसमें से पांच जीते और एक टाई रहा था।
रोहित एक बार फिर अपनी कप्तानी में टीम को चैंपियन बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोडेंगे। टेस्ट में भले ही वह रन बनाने के लिए जूझते रहे हों लेकिन अपने पसंदीदा 50 ओवरों के खेल में वह गेंदबाजों को हावी नहीं होने देते हैं। उन्होंने अपने आक्रामक खेल से भारत में आधुनिक बल्लेबाजी की एक नई परिभाषा लिखी है। पिछले दो साल में उनके खेलने का अंदाज पूरा बदल गया है। अब वह पावरप्ले से आक्रामक अंदाज में खेलते दिखाई देते हैं।
टूर्नामेंट | मैच | रन | सर्वोच्च स्कोर | औसत | 50/100 |
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चैंपियंस ट्रॉफी | 10 | 481 | 123* | 53.44 | 4/1 |
वनडे विश्व कप | 28 | 1575 | 140 | 60.57 | 6/7 |
टी-20 विश्व कप | 47 | 1220 | 92 | 34.85 | 12/0 |
ओवरऑल | 85 | 3276 | 140 | 46.80 | 22/8 |
2023 वनडे विश्व कप से रोहित ने 17 वनडे खेले हैं, जिसमें चार में ही उन्हें शुरुआत नहीं मिली है। इन 13 पारियों में उन्होंने कम से कम 20 गेंद जरूर खेली हैं। इसमें उन्होंने आठ पारियों में न्यूनतम 150 के स्ट्राइक रेट से कम से कम 30 रन जरूर बनाए हैं। खास बात यह है कि उन्हें देखकर दुसरे छोर पर खड़े साथी भी उसी तरह से आक्रामक खेल रहे हैं। रोहित तेजी से रन बनाकर मध्यक्रम पर दबाव कम कर रहे हैं।
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विश्व कप से रोहित का पहली 25 गेंदों में नियंत्रित शॉट का प्रतिशत 79.79% रहा जोकि अगली 25 गेंदों में यह बढ़कर 82.32 का हो जाता है। अब मुंबई का यह 37 वर्षीय बल्लेबाज ज्यादा से ज्यादा जोखिम भरे शॉट खेलने लगा है। इसमें रिवर्स स्वीप जैसे शॉट भी शामिल हैं। उन्हें अब गेंद को हिट करने में अधिक मजा आता है। भले ही गेंद पूरी तरह मिडिल नहीं हुई हो। वह अधिक से अधिक रन जुटाना चाहते हैं। इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने कटक में 132 की स्ट्रइाक रेट से रन बनाए। वह चैंपियंस ट्रॉफी में भी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से विरोधियों को कोई मौका नहीं देना चाहेंगे।