
बीसीसीआई (फोटो-सोशल मीडिया)
Job In Team India: ये बात तो हर किसी के दिमाग में जरूर आता होगा कि टीम इंडिया में खिलाड़ियों के अलावा किस तरह की पोस्ट होती होंगी, उन पर भर्तियां निकलती होंगी या नहीं, किन लोगों को वहां जॉब मिलती होगी या इसके लिए किस तरह के क्वालिफिकेशन की जरूरत होगी? अगर ये ख्याल आपके मन में भी कभी आया है तो ये खबर आपके लिए हैं, क्योंकि बीसीसीआई ने जॉब वैकेंसी निकाली है।
दरअसल, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने एक नौकरी की घोषणा की है। बोर्ड ने बुधवार को वैकेंसी की जानकारी दी। महिला टीम इंडिया को हेड फिजियोथेरेपिस्ट और कोच की जरूरत है। वैकेंसी के साथ ही बीसीसीआई ने यह भी बताया कि योग्यता और अनुभव क्या होना चाहिए। इन पदों पर काम करने वाले लोग खिलाड़ियों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद करेंगे।
साथ ही चोट लगने के बाद जल्दी रिकवरी पर काम करेंगे। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने सीनियर महिला टीम इंडिया के लिए दो बड़े पदों पर वैकेंसी निकाली है। पहला पद हेड फिजियोथेरेपिस्ट और दूसरा पद स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच का है।
Job Application 🚨 BCCI invites applications for
1) Head Physiotherapist and
2) S&C Coach at Centre of Excellence / #TeamIndia (Senior Women) Details 🔽 https://t.co/2je2YVco7K — BCCI Women (@BCCIWomen) April 16, 2025
इन दोनों पदों पर काम करने वाले लोग बेंगलुरु स्थित बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में काम करेंगे। खिलाड़ियों के चोटिल होने के बाद फिजियो की जिम्मेदारी बढ़ जाएगी। वे खिलाड़ियों की रिकवरी पर काम करेंगे। इसके लिए हर दिन सेशन आयोजित किए जाएंगे।
स्पोर्ट्स या मस्कुलोस्केलेटल फिजियोथेरेपी/स्पोर्ट्स एंड एक्सरसाइज मेडिसिन/स्पोर्ट्स रिहैबिलिटेशन में विशेषज्ञता के साथ पोस्ट ग्रेजुएशन जरूरी है। इसके साथ ही फिजियोथेरेपी में कम से कम 10 साल का अनुभव भी जरूरी है। आवेदन करने वाले फिजियो को टीम या एथलीट के साथ काम करने का अनुभव होना चाहिए।
खेल जगत से जुड़ी अन्य सभी ख़बरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच खिलाड़ियों के लिए वार्म-अप शेड्यूल करेंगे। इसके साथ ही मैच से पहले प्रैक्टिस भी करवाएंगे। वे खिलाड़ियों की फिटनेस का भी ख्याल रखेंगे। इसके लिए खास प्रोग्राम डिजाइन करने की जिम्मेदारी होगी। इस पद के लिए आवेदन करने के लिए कम से कम 7 साल का अनुभव जरूरी है। इसके साथ ही टीम या एथलीट के साथ काम करने का अनुभव भी होना चाहिए।






