जितेश शर्मा (फोटो-सोशल मीडिया)
नागपुर: भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी जितेश शर्मा ने पिछले 12 दिनों में 2 फाइनल खेलकर अपनी टीम को दोनों में चैंपियन बना दिया। जितेश ने पहले आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को खिताब दिलाया। वहीं आईपीएल खत्म होने के 12वें दिन विदर्भ प्रो टी20 लीग में कप्तानी करते हुए नेको मास्टर ब्लास्टर को चैंपियन बना दिया।
आरसीबी ने 18वें सीजन में अपना पहला खिताब जीता। इस दौरान जितेश ने भी तीन मैच में टीम की कप्तानी की थी। जितेश ने आरसीबी के लिए बतौर विकेटकीपर और बल्लेबाज के रूप में बेहतरीन प्रदर्शन किया। इसके बाद उन्होंने यही फॉर्म विदर्भ प्रो टी20 लीग में भी बरकरार रखा। उन्होंने सेमीफाइनल में 46 रनों की पारी खेलकर टीम को फाइनल में पहुंचा दिया और फाइनल में 11 गेंदों में 30 रन बनाकर टीम को विजेता बना दिया।
आईपीएल 2024 का फाइनल खेलने के ठीक बाद जितेश शर्मा ने विदर्भ प्रो टी20 लीग में भी अपना जलवा दिखाया। 3 जून को आईपीएल का फाइनल मुकाबला खेला गया, जहां आरसीबी ने पंजाब किंग्स को हराकर खिताब जीता। इस जीत का हिस्सा बने जितेश शर्मा ने इसके तुरंत बाद विदर्भ प्रो टी20 लीग में ‘नेको मास्टर ब्लास्टर’ टीम की कप्तानी संभाली।
लीग में कप्तान बनते ही उन्होंने टीम को फाइनल तक पहुंचाया और 15 जून को खेले गए फाइनल में मास्टर ब्लास्टर को चैंपियन बना दिया। इस तरह जितेश ने महज 12 दिनों के अंदर दो अलग-अलग टूर्नामेंट के फाइनल खेले और दोनों में अपनी टीम को ट्रॉफी दिलाई।
जितेश शर्मा ने कप्तानी करते हुए विदर्भ प्रो टी20 लीग के पहले ही सीजन में अपनी टीम नेको मास्टर ब्लास्टर को चैंपियन बना दिया। पगारिया स्टाइकर्स को 7 विकेट से हराकर खिताब जीत लिया। पगारिया स्टाइकर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 178 रन बनाए। जवाब में मास्टर ब्लास्टर ने 17.5 ओवर में मुकाबले को जीतकर खिताब अपने नाम किया।
नागपुर के जामठा स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में पगारिया स्टाइकर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 178 रन बनाए। जिसमें कप्तान शिवम देशमुख ने 82 और पुष्पक गुजर ने 25 रनों की पारी खेली। वहीं मास्टर ब्लास्टर के लिए शानमेश देशमुख ने 3 विकेट चटकाए। जवाब में इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी मास्टर ब्लास्टर की टीम ने 7 विकेट से मुकाबले को जीत लिया। वेदांत दिघाडे ने नाबाद 80 रनों की पारी खेली। उसके अलावा आर्यन ने 42 और जितेश शर्मा ने नाबाद 30 रन बनाए।