
ईशान किशन (फोटो- सोशल मीडिया)
Ishan Kishan: सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025-26 का फाइनल मुकाबला 18 दिसंबर को झारखंड और हरियाणा के बीच खेला जा रहा है। पुणे में आयोजित इस खिताबी मुकाबले में झारखंड ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। टीम की ओर से कप्तान ईशान किशन ने जिम्मेदारी संभालते हुए ऐसी विस्फोटक पारी खेली, जिसने हरियाणा के गेंदबाजों को पूरी तरह बैकफुट पर धकेल दिया। उनके साथ कुमार कुशाग्र ने भी शानदार बल्लेबाजी कर झारखंड को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
फाइनल जैसे बड़े मुकाबले में ईशान किशन ने अपने अनुभव और आक्रामक अंदाज का बेहतरीन नमूना पेश किया। उन्होंने मैच की शुरुआत से ही आक्रामक बल्लेबाजी की और हरियाणा के किसी भी गेंदबाज को टिकने का मौका नहीं दिया। ईशान ने अपनी 45वीं गेंद पर छक्का लगाकर शतक पूरा किया, जिसके बाद उन्होंने पूरे जोश के साथ जश्न मनाया।
Leading from the front! 🫡 Ishan Kishan with a magnificent hundred in the #SMAT final 💯 The Jharkhand captain walks back for 1⃣0⃣1⃣(49) 👏 Updates ▶️ https://t.co/3fGWDCTjoo@IDFCFIRSTBank | @ishankishan51 pic.twitter.com/PJ7VI752wp — BCCI Domestic (@BCCIdomestic) December 18, 2025
ईशान किशन ने 49 गेंदों में 101 रनों की शानदार पारी खेली। इस दौरान उनके बल्ले से 10 छक्के और 6 चौके निकले। बाएं हाथ के इस विकेटकीपर बल्लेबाज का स्ट्राइक रेट 206 से अधिक रहा, जो उनकी आक्रामक सोच और आत्मविश्वास को साफ दर्शाता है।
ईशान किशन के अलावा कुमार कुशाग्र ने भी हरियाणा के खिलाफ बेहतरीन बल्लेबाजी की। उन्होंने ईशान का शानदार साथ निभाते हुए तेजी से रन बटोरे और झारखंड के स्कोर को ऊंचाई तक पहुंचाया। कुशाग्र ने 38 गेंदों में 81 रनों की तूफानी पारी खेली। अपनी इस पारी में कुमार कुशाग्र ने 8 चौके और 5 छक्के जड़े। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी के दम पर झारखंड ने फाइनल मुकाबले में एक विशाल स्कोर खड़ा किया, जिससे हरियाणा पर दबाव साफ नजर आया।
ये भी पढ़ें: क्या अहमदाबाद में भी हैं लखनऊ जैसे हालात, रद्द होगा 5वां टी20 मैच? जानें मौसम रिपोर्ट
ईशान किशन फिलहाल भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं। उन्होंने आखिरी बार भारत के लिए साल 2023 में अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेला था। इसके बाद से वह टीम से बाहर चल रहे हैं। हालांकि घरेलू क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन कर ईशान चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचने की कोशिश कर रहे हैं। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में खेली गई यह शतकीय पारी ईशान किशन की वापसी की दावेदारी को और मजबूत कर सकती है।






