
भारत बनाम साउथ अफ्रीका टी20 सीरीज (फोटो- सोशल मीडिया)
India vs South Africa: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच चल रही टी-20 सीरीज का दूसरा इंटरनेशनल मुकाबला अब मुल्लांपुर में खेला जाना है। पहले टी-20 में टीम इंडिया ने जिस तरह का दबदबा दिखाया, उसने साउथ अफ्रीका को पूरी तरह बैकफुट पर धकेल दिया था। अब प्रोटियाज की नजरें इस मैच में वापसी करने पर होंगी, जबकि भारत अपनी लय बरकरार रखना चाहेगा।
सीरीज के पहले टी-20 मुकाबले में टीम इंडिया का प्रदर्शन हर विभाग में शानदार रहा। भारतीय गेंदबाजों ने कहर बरपाते हुए साउथ अफ्रीकी टीम को उनके सबसे न्यूनतम स्कोर पर समेट दिया। जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह ने नई गेंद से घातक स्पैल डाले, वहीं मिडिल ओवरों में वरुण चक्रवर्ती और अक्षर पटेल की स्पिन जोड़ी ने बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया।
बल्लेबाजी में हार्दिक पांड्या भारतीय जीत के सबसे बड़े हीरो रहे। मुश्किल हालात में उतरने के बाद उन्होंने आक्रामक अंदाज अपनाया और सिर्फ 28 गेंदों में 58 रन ठोक दिए। हार्दिक की इस पारी ने भारत को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया और गेंदबाजों को मैच पर पकड़ बनाने का पूरा मौका दिया।
पहले मुकाबले में मिली करारी हार से साउथ अफ्रीकी टीम सबक लेकर मैदान में उतरेगी। प्रोटियाज बल्लेबाजों के लिए भारतीय गेंदबाजी चुनौती जरूर बनी रहेगी, लेकिन टीम संतुलन के साथ खेलकर मैच में वापसी करने की कोशिश करेगी।
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच होने वाले दूसरे टी-20 मुकाबले की मेजबानी महाराजा यादवेंद्र सिंह इंटरनेशनल स्टेडियम करेगा। इस मैदान पर बल्ले और गेंद के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलती है। शुरुआती ओवरों में पिच बल्लेबाजी के लिए मददगार रहती है, जिससे चौके-छक्कों की बरसात होती है। मैच आगे बढ़ने के साथ ही पिच धीमी होने लगती है और स्पिनर्स की भूमिका अहम हो जाती है।
ऐसे में वरुण चक्रवर्ती और अक्षर पटेल जैसे गेंदबाज मैच का रुख पलटने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। मुल्लांपुर में रात के मुकाबलों में ओस बड़ा फैक्टर बनती है। ओस का सीधा फायदा लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम को मिल सकता है, जिससे टॉस जीतने वाली टीम के फैसले की अहमियत और बढ़ जाती है।
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इस मैदान पर अब तक कोई भी टी-20 इंटरनेशनल मैच नहीं खेला गया है। हालांकि, आईपीएल में यहां कुल 11 मुकाबले खेले जा चुके हैं। इनमें से 6 मैच पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीते हैं, जबकि 5 मैचों में लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम सफल रही है। वहीं, 12 में से 7 मैच टॉस जीतने वाली टीम के नाम रहे हैं। ऐसे में दूसरे टी-20 में टॉस कप्तान सूर्यकुमार यादव की रणनीति में अहम भूमिका निभा सकता है।






