
साउथ अफ्रीका के टेस्ट कप्तान टेम्बा बावुमा (फोटो- सोशल मीडिया)
India vs South Africa: गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दूसरा टेस्ट निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है। चार दिन का खेल पूरा हो चुका है और अब केवल आखिरी दिन का खेल बाकी है। शुरुआत से ही मुकाबले की कमान साउथ अफ्रीका के हाथों में रही और भारतीय टीम पूरे मैच में संघर्ष करती दिखी। स्थिति यह है कि टीम इंडिया बेहद बड़ी हार के खतरे से घिरी हुई है।
दक्षिण अफ्रीका ने भारत को जीत के लिए 549 रनों का मुश्किल लक्ष्य दिया है। जवाब में भारत की शुरुआत बेहद खराब रही। दोनों सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल जल्दी पवेलियन लौट गए। चौथे दिन खेल समाप्त होने तक टीम इंडिया का स्कोर 27/2 रहा। भारत को अब भी 522 रनों की जरूरत है, जो परिस्थिति को देखते हुए लगभग असंभव सा लग रहा है।
कोलकाता टेस्ट में 30 रन से हार झेलने के बाद उम्मीद थी कि गुवाहाटी में टीम इंडिया एक मजबूत वापसी करेगी, लेकिन साउथ अफ्रीका ने भारतीय टीम को कहीं भी मैच में पैर जमाने का मौका नहीं दिया। अब खतरा यह है कि टीम इंडिया इस सीरीज में क्लीन स्वीप का सामना कर सकती है।
अगर भारत यह मुकाबला हारता है, तो टेम्बा बावुमा की कप्तानी वाली दक्षिण अफ्रीका की टीम एक अनोखी उपलब्धि हासिल कर लेगी। साउथ अफ्रीका ने भारत में अब तक केवल एक ही बार टेस्ट सीरीज जीती है। यह कारनामा 25 साल पहले, 2000 में हैन्सी क्रोनिए की कप्तानी में हुआ था। उस समय अफ्रीकी टीम ने भारत को 2 मैचों की सीरीज में 2-0 से हराया था।
अब बावुमा के पास वही इतिहास दोहराने का मौका है। यदि उनकी टीम दूसरा टेस्ट जीतकर सीरीज पर कब्जा कर लेती है, तो वह क्रोनिए के बाद भारत में टेस्ट सीरीज जीतने वाले दक्षिण अफ्रीका के दूसरे कप्तान बन जाएंगे।
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अब तक भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 16 टेस्ट सीरीज खेली जा चुकी हैं। इनमें 9 बार साउथ अफ्रीका ने जीत दर्ज की है, जबकि भारत चार सीरीज जीत पाया है। चार मुकाबले ड्रॉ रहे हैं। मौजूदा सीरीज 17वीं है और अफ्रीकी टीम इसे जीतकर भारत के खिलाफ अपनी 10वीं टेस्ट सीरीज जीतने के बेहद करीब है। टीम इंडिया को अब आखिरी दिन पूरे तीन सत्र निकालने होंगे। बल्लेबाजों पर जिम्मेदारी बड़ी है, लेकिन विकेट की प्रकृति और अफ्रीकी गेंदबाजों की धार को देखते हुए यह चुनौती लगभग अजेय दिखाई देती है।






