
इंग्लैंड टीम के कोच ब्रैंडन मैकुलम (फोटो- सोशल मीडिया)
Brendon McCullum statement after Loss: ब्रिस्बेन में खेले गए पिंक बॉल टेस्ट मैच में इंग्लैंड की टीम को ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट से मात दे दी। लगातार दूसरी हार के साथ इंग्लैंड पर सीरीज गंवाने का खतरा मंडराने लगा है। अब पूरी नजर 17 दिसंबर से एडिलेड में शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट पर होगी। इस बीच इंग्लैंड के हेड कोच ब्रैंडन मैकुलम ने टीम की हार को लेकर बड़ा बयान दिया है और उन गलतियों की ओर इशारा किया है जिन्होंने मैच का नतीजा प्रभावित किया।
हार के बाद 7Cricket से बातचीत में ब्रैंडन मैकुलम ने टीम की तैयारी को ही सबसे बड़ी गलती बताया। उन्होंने कहा कि ब्रिस्बेन टेस्ट से पहले इंग्लैंड टीम ने पांच से दस तक ट्रेनिंग सेशन किए, जो खिलाड़ी थकान में भी बदल सकते हैं।
मैकुलम ने माना कि जरूरत से ज्यादा मेहनत करने की प्रवृत्ति कभी-कभी उल्टा असर डाल देती है। एक कोच के तौर पर सबसे बड़ी जिम्मेदारी यह होती है कि खिलाड़ियों को मानसिक और शारीरिक रूप से सही संतुलन में रखा जाए। उन्होंने कहा कि कई बार सुधार की इच्छा में हम अपेक्षा से अधिक ट्रेनिंग कर लेते हैं, जिससे मैच के दौरान ताजगी की कमी दिख सकती है।
कोच ने आगे कहा कि टीम को अब ऐसा तरीका ढूंढना होगा, जिससे खिलाड़ी तकनीकी रूप से भी तैयार रहें और मानसिक रूप से भी तरोताजा महसूस करें। उन्होंने कहा कि मैदान पर त्वरित फैसले लेने के लिए दिमाग का फ्रेश होना जरूरी है।
मैकुलम ने मजाकिया अंदाज़ में यह भी कहा कि “आज रात हम बीयर पिएंगे, ताकि दिमाग थोड़ा शांत रहे।” उन्होंने दोहराया कि टेस्ट से पहले टीम ने जरूरत से ज्यादा तैयारी कर ली, और यही एक प्रमुख कारण रहा कि वे अपनी योजना को मैदान पर लागू नहीं कर पाए।
मैकुलम के मुताबिक टीम को तीसरे टेस्ट से पहले कई क्षेत्रों में सुधार करना होगा। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड पहले भी मुश्किल स्थितियों से बाहर आया है, इसलिए निराश होने का कोई फायदा नहीं है। अब जरूरी है कि टीम एकजुट होकर दोबारा पूरी ऊर्जा के साथ मैदान में उतरे।
कोच ने माना कि शुरुआती दो मैचों में इंग्लैंड तीनों विभागों गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाया। उन्होंने साफ कहा कि “ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में हराने के लिए आपको तीनों विभागों में बेहतरीन होना पड़ेगा, लेकिन हम ऐसा नहीं कर सके। यह एक कड़वा सच है और हमें इसे स्वीकार करना होगा।”
दो मैच हारने के बाद अब इंग्लैंड के लिए तीसरा टेस्ट ‘करो या मरो’ जैसा है। टीम मैनेजमेंट का पूरा जोर सही तैयारी, सही कॉम्बिनेशन और बेहतर मानसिक स्थिति पर रहेगा। खिलाड़ियों का ताजगी के साथ मैदान में उतरना इंग्लैंड की सबसे बड़ी प्राथमिकता होगी।






