
पी आर श्रीजेश (फोटो-सोशल मीडिया)
Hockey Junior World Cup 2025: जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप 2025 के सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय टीम को जर्मनी के हाथों हार का सामना करना पड़ा। जर्मनी ने भारतीय टीम को 5-1 से करारी शिकस्त देकर फाइनल में जगह बना ली है। जर्मनी का खिताबी मुकाबला स्पेन के साथ होगा। वहीं भारत तीसरे नंबर के लिए अर्जेटीना से भिड़ेगा। इस हार के बाद भारतीय टीम के मुख्य कोच पी आर श्रीजेश ने माना कि उनके खिलाड़ी बड़े मैच का दबाव नहीं झेल सके।
भारतीय हॉकी टीम के पूर्व गोलकीपर और जूनियर टीम के मुख्य कोच पी आर श्रीजेश ने मैच के बाद कहा कि हम अपेक्षाओं के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर पाए। जूनियर विश्व कप के सेमीफाइनल जैसे अहम मैच में आसान मौके गंवाने से काम नहीं चलता। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि भारतीय टीम बड़े मैच का दबाव नहीं झेल सकी।
भारत पहले हाफ में ही जर्मनी से 0-3 से पिछड़ गया था और मैच के आखिरी दस मिनटों में ही भारतीय टीम को एक पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिसे अनमोल इक्का ने गोल में बदला। हालांकि, तब तक मैच का परिणाम तय हो चुका था।
दो बार के ओलंपिक कांस्य पदक विजेता कोच श्रीजेश ने कहा, “हमें कई मौके मिले, लेकिन हम उन्हें भुना नहीं सके। हम मैच में सिर्फ एक पेनल्टी कॉर्नर बना पाए, और उस पर गोल भी हुआ, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।” जब कोच से पूछा गया कि क्या टीम पर मानसिक दबाव था, तो उन्होंने कि ऐसा नहीं था, लेकिन कई बार युवा खिलाड़ियों पर बड़े मैच का दबाव आ जाता है। जब विरोधी टीम अच्छा खेलती है, तो हम बेसिक्स भूल जाते हैं। यह अनुभव से सीखेंगे और मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
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श्रीजेश ने यह भी कहा कि आपको पहले ही मिनट से विरोधी टीम के बराबर खेलना होता है। एक बार दबाव बनने के बाद उससे बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। तीन गोल गंवाने के बाद मैच में वापसी करना आसान नहीं था और हम उस दबाव से बाहर नहीं आ पाए। इस हार के बावजूद श्रीजेश ने टीम के भविष्य को लेकर सकारात्मक रुख अपनाया और कहा कि यह अनुभव भारतीय टीम को आने वाले समय में और मजबूती से खेलने में मदद करेगा।






