ऑस्ट्रेलियाई टीम (फोटो-सोशल मीडिया)
स्पोर्ट्स डेस्क: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई पांच मैचों की टेस्ट सीरीज को ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 3-1 से जीत लिया। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 10 साल बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया। इस जीत के बाद ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने स्वीकार किया कि भारतीय टीम में जसप्रीत बुमराह के नहीं रहने से आसान जीत मिली।
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा और ट्रेविस हेड ने कहा कि बुमराह के बैक स्पेजम के बाद ऑस्ट्रेलियाई खेमा काफी खुश था। क्योंकि जसप्रीत बुमराह उस विकेट पर तबाही मचा सकते थे। बुमराह के ना रहने के कारण ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 4 विकेट खोकर मुकाबले को आसानी से जीत लिया। ख्वाजा ने कहा कि बुमराह ने इस सीरीज में मुझे काफी परेशान किया है। वो मुझ पर हावी रहा है। उसका सामना करना आसान नहीं था और मुझे हर बार नई गेंद से उसका सामना करना पड़ रहा था।
उन्होंने एबीसी स्पोर्ट से कहा कि आप कभी नहीं चाहते कि कोई खिलाड़ी चोटिल हो और उसका घायल होना काफी निराशाजनक था। लेकिन हमारे लिए यह खुदा का शुक्र था। इस विकेट पर उसका सामना करना बेहद खतरनाक होता। जैसे ही हमने देखा कि वह मैदान पर नहीं उतर रहा है तो हमने सोचा कि यह हमारे लिए मौका है।
टेस्ट क्रिकेट में 5500 से अधिक रन बनाने वाले 38 वर्षीय ख्वाजा ने कहा कि बुमराह ने उन्हें रन बनाने का मौका ही नहीं दिया। उन्होंने कहा कि मैंने जितने भी गेंदबाजों का सामना किया उनमें बुमराह सामना करना सबसे मुश्किल रहा। मैंने 2018 में भी उसका सामना किया था और तब उसने एक बार मुझे आउट किया था। यहां तक तो सब कुछ ठीक था लेकिन इस बार वह पूरी तरह से अलग गेंदबाज नजर आए।
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बुमराह को इस सीरीज में शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार दिया गया। बुमराह पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 13.06 की औसत से 32 विकेट चटकाए। वहीं उनके बाद ऑस्ट्रेलिया के मध्यक्रम के बल्लेबाज ट्रेविस हेड ने ख्वाजा का समर्थन करते हुए कहा कि मेरा मानना है कि बुमराह के गेंदबाजी नहीं करने से हमारे ड्रेसिंग रूम में मौजूद 15 खिलाड़ी बेहद खुश थे। वह बेहतरीन गेंदबाज है। इस दौरे में उसने शानदार प्रदर्शन किया।