Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • यूटिलिटी न्यूज़
  • फैक्ट चेक
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो

  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • होम
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

निशानेबाज: कोई गाजर-मूली, कोई चुकंदर, चुनाव जीतेगा मुकद्दर का सिकंदर

Municipal Elections: महानगरपालिका चुनाव पर यह व्यंग्य उम्मीदवारों की भीड़, धनबल, जातिबल और किस्मत के खेल के जरिए राजनीति की सच्चाई को उजागर करता है।

  • By आंचल लोखंडे
Updated On: Dec 27, 2025 | 04:36 PM

चुनाव जीतेगा मुकद्दर का सिकंदर ( सोर्स: डिजाइन फोटो )

Follow Us
Close
Follow Us:

Navbharat Digital Desk: पड़ोसी ने हमसे कहा,“निशानेबाज, हमें बताइए कि महानगरपालिका का चुनाव लड़ने वाले सुयोग्य उम्मीदवार को कैसे पहचानें, क्योंकि उनमें से कुछ बगुला भगत हैं, तो किसी की संगत ठीक नहीं है। कोई अवैध कारोबार चलाता है, तो किसी का बीयर बार है।”हमने कहा,“कौन क्या करता है, इस पचड़े में बिल्कुल मत पड़िए। वैसे भी, रेस में जीतने वाले घोड़े और चुनाव में जीतने वाले उम्मीदवार को पारखी नज़र रखने वाले ही पहचान सकते हैं। फिर भी आप मानकर चलिए कि जो जीता वही सिकंदर! हारकर जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं और कुशल नेता किसी बाजीगर से कम नहीं होता।”

पड़ोसी ने पूछा,“निशानेबाज, उम्मीदवारों की इस भीड़ में से जीतने वाले को आखिर कैसे पहचानें? शीशे के टुकड़ों में असली हीरा कौन है?”हमने कहा,“जीतने की क्षमता वाले दबंग नेता या तो जेल में हैं अथवा दल बदलकर दूसरे खेमे में चले गए हैं। उन्हें आप चिराग लेकर खोज सकते हैं। ऐसे-वैसे चिराग से काम नहीं चलेगा। कहीं से अलादीन का जादुई चिराग खोज लाइए।”

पड़ोसी ने कहा,“निशानेबाज, पुलिस किसी चीज़ को खोजने के लिए खोजी कुत्तों का सहारा लेती है। हम जीतने वाले प्रत्याशी को ढूंढ़ने के लिए किसका सहारा लें?” हमने जवाब दिया,“आप चश्मा लगाकर अपनी चौफेर दृष्टि से उम्मीदवारों की भीड़ पर निगाह डालिए। वहां आपको अक्ल के अंधे और गांठ के पूरे लोग नज़र आएंगे। इन्हीं में से कोई अपनी किस्मत के दम पर बाज़ी मार लेता है।”

ये भी पढ़े: निशानेबाज: आगे बढ़ रहा अपना नेशन नई पीढ़ी है बीटा जनरेशन

पड़ोसी ने कहा,“निशानेबाज, इसमें किस्मत की क्या बात है? यहां तो ‘एक अनार, सौ बीमार’ वाली स्थिति है। पार्टी के नेता हैरान हैं कि किसे प्रत्याशी बनाएं। इतनी बड़ी महफ़िल है। ये दिल इसको दूं या उसको दूं! जनसेवी, ईमानदार और सिद्धांतवादी कार्यकर्ता को ही उम्मीदवारी दी जाएगी।”हमने मुस्कराते हुए कहा,“ऐसे उम्मीदवार की तो जमानत जब्त हो जाती है। चुनाव जीतने वाले के पीछे धनशक्ति और उसके समाज या जाति की जनशक्ति बहुत काम करती है। उसे प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार के वोट काटने का हथकंडा आना चाहिए। जिसमें लुभावने वादे करने का हुनर और जनता को सम्मोहित करने का कौशल हो, उसके लिए चुनाव जीतना बाएं हाथ का खेल है।”

लेख- चंद्रमोहन द्विवेदी के द्वारा

Municipal election satire how to identify winning candidate

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Dec 27, 2025 | 03:39 PM

Topics:  

  • Election
  • Navbharat Editorial
  • Nishanebaaz

सम्बंधित ख़बरें

1

नवभारत विशेष: सत्ता की संभावना देख मिलता है चुनावी चंदा

2

नवभारत संपादकीय: दुष्कर्मी कुलदीप सेंगर को राहत से उठ रहे सवाल

3

भाजपा को लेकर देवयानी फरांदे की चुप्पी टूटी, कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय पर जताई नाराजगी

4

Bangladesh Election 2026 में शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग पर बैन, यूनुस का बड़ा फैसला

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy Terms & Conditions Author
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.