
मूल नगर परिषद का अजीब आलम
Chandrapur Municipal Corporation: मूल नगर परिषद का इस बार का चुनाव बेहद दिलचस्प होने जा रहा है। नगर परिषद अध्यक्ष पद अन्य पिछड़ा वर्ग (महिला) के लिए आरक्षित होने से जहां महिलाओं में उत्साह है, वहीं पुरुषों में निराशा देखी जा रही है। अब कई निराश पुरुष नेता अपनी पत्नियों को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी करते नज़र आ रहे हैं।
नगर परिषद चुनाव में इस बार भाजपा बनाम कांग्रेस का सीधा मुकाबला तय माना जा रहा है। दोनों ही पार्टियों में उम्मीदवार चयन को लेकर भारी खींचतान जारी है। पार्टी की अधिकृत टिकट पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।
भाजपा के प्रशांत समर्थ की पत्नी एकता समर्थ ने भले ही अध्यक्ष पद के लिए आवेदन नहीं किया है, लेकिन उनका नाम चर्चा में बना हुआ है। वहीं शिवानी संदीप आगड़े ने भाजपा से अध्यक्ष पद की उम्मीदवारी मांगी है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी किरण कापगते और शिवानी आगड़े में से किसी एक को उम्मीदवार घोषित कर सकती है। बताया जा रहा है कि आगड़े को कांग्रेस से भी ऑफर मिल सकता है। वहीं एकता समर्थ को भी कांग्रेस टिकट देने पर विचार कर रही है। भाजपा खेमे में रत्नावार का नाम भी चर्चा में है।
उधर, कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियां एक आर्थिक रूप से सक्षम (अमीर) उम्मीदवार की तलाश में हैं। अन्य पार्टियों के सामने अस्तित्व बनाए रखने की चुनौती है। महंगाई के इस दौर में चुनाव लड़ना अब आम कार्यकर्ताओं के लिए कठिन हो गया है। पार्टी टिकट पाने की होड़ में अब ऐसे नेता ज्यादा सक्रिय हैं, जिन्होंने पहले सत्ता का स्वाद चखा है और अब अपनी पत्नियों को अध्यक्ष पद के लिए मैदान में उतारने की कोशिश कर रहे हैं।
मूल शहर में इस समय नेताओं की भारी दौड़धूप दिखाई दे रही है। टिकट को लेकर स्थिति “एक अनार सौ बीमार” जैसी बन गई है। हर कोई खुद को वरिष्ठ नेताओं का करीबी बताकर टिकट पक्की समझ रहा है। कई उत्साही संभावित उम्मीदवारों ने तो प्रचार भी शुरू कर दिया है।
राजनीतिक समीकरणों पर नज़र डालें तो भाजपा और कांग्रेस के अलावा कोई अन्य पार्टी सीधी टक्कर में नहीं है।
भाजपा से अध्यक्ष पद के लिए किरण कापगते और शिवानी संदीप आगड़े के नाम सबसे आगे हैं। इनके अलावा चेतना मोहुर्ले, उषा शेंडे, माधुरी करकाडे, रेखा येरणे, विद्या बोबाटे, विद्या नागोसे, राजश्री ठाकरे और शांता मांदाडे के नाम भी चर्चा में हैं।
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कांग्रेस की ओर से श्वेता शेरकी, माधुरी गुरनुले और रागिनी अडपवार संभावित उम्मीदवारों के रूप में मानी जा रही हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस और शिवसेना ने भी अपने प्रत्याशी उतारने की तैयारी शुरू कर दी है, हालांकि अब तक किसी का नाम आधिकारिक रूप से घोषित नहीं किया गया है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस अपने प्रत्याशी का नाम भाजपा उम्मीदवार घोषित होने के बाद ही तय करेगी।






