मां लक्ष्मी और गणेशजी की मूर्ति खरीदते समय रखें ध्यान (सौ. सोशल मीडिया)
Diwali Tips in Hindi: दिवाली त्योहार आने में कुछ दिन शेष रह गए है जिसकी तैयारियों का दौर कई घरों में शुरु हो गया है। दिवाली से पहले ही घरों में साफ-सफाई का दौर शुरु हो जाता है वहीं पर पूजा के लिए सामान और मूर्ति की खरीददारी भी कर लेते है। दिवाली के मौके पर माता लक्ष्मी और श्रीगणेश जी की पूजा करने का विधान होता है। पूजा करने के लिए हर साल नई मूर्ति खरीदना जरूरी होता है। कहते हैं कि, माता लक्ष्मी से हमें धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है तो गणेशजी से बुद्धि की प्राप्ति होती है, जिससे धन का सही तरीके से प्रयोग किया जाता है। दिवाली के मौके पर कुछ नियमों का पालन करना भी जरूरी होता है खासकर मूर्ति की खरीददारी करने के दौरान।
हर साल दीवाली पर माता लक्ष्मी और श्रीगणेशजी की मूर्ति खरीदते है। कहते है कि, एक ही मूर्तियों की पूजा हर साल नहीं करनी चाहिए। नियम कहते है कि, अगर आपके पास पुरानी गणेश लक्ष्मी की मूर्तियां हैं तो उनका विसर्जन कर दें। अगर आपके पास चांदी की गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां हैं तो गंगाजल से साफ करके दीवाली पूजन में इस्तेमाल कर सकते हैं।
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आप दीवाली के मौके पर मिट्टी के श्रीगणेश- मां लक्ष्मी की मूर्तियां ही घर में लाना शुभ होता है। कहते है कि, भगवान गणेश का वर्ण लाल या सफेद रंग का है, दूसरी तरफ मिट्टी का निर्माण भगवान ब्रह्माजी द्वारा किया गया है और धर्म शास्त्रों में मिट्टी से बनी मूर्ति की ही पूजा करने का विधान होता है। कहते है कि, अगर गंगाजी, तालाब, कुंए या गौशाला की मिट्टी से गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति बनाई जाए और फिर उनकी पूजा अर्चना की जाए तो यह लाभ दिलाने का काम करता है। अगर आपके पास सोने चांदी से निर्मित गणेश लक्ष्मी की प्रतिमाएं हैं तो गंगाजल से धोकर उनका पूजन किया जा सकता है।