
छठ पूजा के बीच अगर आ आ जाए पीरियड्स, तो क्या करें महिलाएं,
Chhath Puja 2024:छठ महापर्व की शुरुआत बुधवार से हो चुकी है। आस्था का महापर्व छठ पूजा बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड राज्य का मुख्य त्योहार है। जैसा कि,आप जानते है कि छठ पूजा में गहरी श्रद्धा के साथ-साथ स्वच्छता का भी विशेष ध्यान रखा जाता है। महिलाएं इस व्रत को सभी नियमों और विधियों के अनुसार पूरा करती है।
इस पूजा के दौरान व्रति 36 घंटे का निर्जला उपवास रखती है। छठ पूजा को तपस्या के समान माना जाता है। ऐसे में यदि किसी महिला का मासिक धर्म शुरू हो जाए, तो उसे क्या करना चाहिए? क्या मासिक धर्म के दौरान छठ पूजा कर सकते हैं। आइए जानते है इस बारे में।
जानिए पीरियड में छठ पूजा कैसे करें
शास्त्रों के अनुसार, यदि किसी महिला ने एक बार छठ व्रत करना शुरू कर दिया है, तो इसे हर साल निभाना चाहिए। अगर छठ पूजा के दौरान पीरियड्स आ जाएं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। मान्यता है कि पूजा में शरीर और मन की शुद्धता जरूरी होती है, तभी छठी मइया प्रसन्न होती हैं।
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अगर पीरियड्स शुरू हो गए हैं, तो आप अपना निर्जला व्रत जारी रख सकती हैं, लेकिन पूजा की सामग्री को हाथ न लगाएं। पहले, दूसरे या तीसरे दिन अर्घ्य न दें, बल्कि घर के किसी सदस्य से अर्घ्य दिलवाएं।
यदि पीरियड्स का पांचवां दिन है, तो आप छठ माता की पूजा कर सकती हैं, और अगर छह दिन हो गए हैं, तो सूर्य देव को अर्घ्य भी दे सकती हैं।
छठ पूजा की शुरुआत में पीरियड्स
अगर छठ पूजा की शुरुआत वाले दिन पीरियड्स आ जाते हैं, तो आपको छठ पूजा नहीं करना चाहिए। बल्कि आप छठ पूजा किसी दूसरी महिला से करा सकती हैं। आपके घर की छठ पूजा आप अपने परिवार में किसी अन्य व्रती महिलाएं से करा सकते हैं।
छठ घाट पर पीरियड्स हो जाएं तो क्या करें
कहते है, अगर छठ घाट पर आपको पीरियड्स हो जाते हैं तो आप पानी में जाकर सूर्य देव की उपासना न करें वहीं आप सूर्य देव को अर्घ्य भी न दें। बल्कि आप घर के पास बैठकर अपना व्रत जारी रखें ।
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