
गुप्त दान करना होता है बड़ा पुण्यदायी (सौ.सोशल मीडिया)
Gupt Daan Benefits: हिंदू धर्म में दान को पुण्य प्राप्ति का एक प्रमुख साधन माना गया है धार्मिक ग्रंथों और शास्त्रों में भी दान की महिमा का जिक्र किया गया है, जिसमें व्यक्ति पापों को नष्ट करने, सुख-समृद्धि पाने से लेकर मोक्ष प्राप्ति के लिए दान करता है। ऐसी मान्यताएं है कि शुद्ध भाव से किया गया दान न केवल दान करने वाले व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है, बल्कि यह उसके पूर्व जन्मों के कर्मों का भी निवारण करता है।
शास्त्रों के अनुसार, दान का अर्थ होता है कि उस वस्तु पर से अपना अधिकार समाप्त करना। हिंदू धर्म में धार्मिक धार्मिक स्थलों, गरीब व जरूरतमंद लोगों को दान करना बहुत ही शुभ माना गया है।
ऐसा शास्त्रों में बताया गया है कि, दान-पुण्य करने वाले जातक को देवी-देवताओं की कृपा मिलती है और उसके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
धर्म ग्रंथों में गुप्त दान के महत्व का वर्णन किया गया है और इसे महादान बताया गया है। यह एक ऐसा दान है, जो दिखाने के लिए नहीं, बल्कि भले की भावना के लिए किया जाता है।
भागवत पुराण (स्कंद 10), अग्नि पुराण, महाभारत और मनुस्मृति आदि धर्म शास्त्रों में गुप्त दान को पुण्य फल देने वाला बताया गया है। ऐसा माना गया है कि अन्न का दान यदि गुप्त रूप से किया जाए तो इससे उसका महा फल मिलता है।
आप मंगलवार या शनिवार के दिन किसी हनुमान मंदिर में जाकर मासिच का गुप्त दान कर सकते हैं। इससे आपको नजर दोष से छुटकारा मिल सकता है। इसके साथ ही शुभ फलों की प्राप्ति के लिए आप किसी शिव जी के मंदिर में लोटे का गुप्त दान भी कर सकते हैं। मंदिर में आसन का गुप्त रूप से दान करना भी बहुत ही शुभ माना गया है।
बताया जाता है कि, आप किसी को बिना बताए गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को मौसमी फलों का दान कर सकते हैं। इस बात का विशेष रूप से ध्यान रहे कि फल साबुत होना चाहिए और खराब नहीं होना चाहिए। इससे आपको काफी लाभ मिल सकता है।
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इसके साथ ही दही का गुप्त दान करना भी काफी शुभ माना गया है। दही का गुप्त दान करने से कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति मजबूत हो सकती है, जिससे जीवन में खुशहाली और धन-वृद्धि बनी रहती है। लेकिन सूर्यास्त के बाद दही या दूध आदि का दान करने से बचें।






