(सौजन्य सोशल मीडिया)
22 जुलाई, सोमवार से शिव भक्तों का पावन महीना यानी सावन शुरू होने जा रहा है। देवों के देव महादेव को समर्पित सावन का पवित्र महीना सनातन धर्म में बड़ा महत्व रखता है। वैसे तो पूरे साल ही शिव भक्त भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करते हैं, लेकिन सावन के महीने की बात ही अलग है। सावन का महीना भगवान भोलेनाथ को अत्यंत प्रिय है, क्योंकि इस महीने में खूब पानी बरसता है। भगवान शिव को जलतत्व से बेहद लगाव है।
भगवान भोलेनाथ की पूजा के लिए सबसे शुभ दिन सोमवार का माना गया है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन जो भी श्रद्धालु भगवान शिव की पूरे विधि-विधान से पूजा करता है, उससे भोलेनाथ जल्द प्रसन्न होते है। ऐसे में सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार का महत्व और भी अधिक हो जाता है। फिलहाल आषाढ़ माह चल रहा है और इसके बाद शुरू होगा हिन्दू पंचांग का पांचवां महीना सावन। इस बार श्रावण मास की शुरुआत सोमवार के साथ हो रही है। ऐसे में यह बहुत ही शुभ योग कहा जा रहा है।
सावन के आने से पहले भक्तगण कई सारी तैयारियां करते हैं। चूंकि पूरा महीना भोलेनाथ को समर्पित है, ऐसे में आपको सावन से पहले कुछ बदलाव अपने घर में करने चाहिए। ये बदलाव करने आपके लिए हितकारी होंगे। ज्योतिषी पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा के अनुसार आइए जान लेते हैं कि सावन आने से पहले साधकों को क्या-क्या काम कर लेने चाहिये-
सावन माह शुरू होने से पहले अपने घर की अच्छी तरह से साफ-सफाई कर लें। खासकर पूजा स्थल को जरूर साफ करें । पूजा स्थल पर गंगा जल का छिड़काव करें तथा भगवान शिव व मां पार्वती की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें। सावन का महीना शुरू होने से पहले अपने घर के लिये एक त्रिशूल लाना न भूले, हालांकि ध्यान रखें कि त्रिशूल चांदी या तांबे का हो और इसे आप घर के हॉल में स्थापित करें। इस उपाय को करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और घर की नेगेटिविटी खत्म होती है।
ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्र के अनुसार, सावन माह से पहले ही घर में तामसिक पदार्थों को लाना बंद कर दें। इनमें प्याज और लहसुन का सेवन भी वर्जित है। इसके अलावा, यदि आप शराब या किसी भी तरह के नशे और मांसाहार का सेवन करते हैं तो इसका सेवन तुरंत बंद कर दें।
अगर आपके घर में खंडित मूर्ति है तो सावन से पहले उसे नदी में प्रवाहित कर दें। आपको जानकारी के लिए बता दें कि, खंडित मूर्ति घर में रखना अशुभ माना जाता है। यदि आप किसी कारण से नदी किनारे नहीं जा पा रहे हैं तो खंडित मूर्ति किसी मंदिर या पीपल के पेड़ के नीचे रख सकते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि जमीन पर सोने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती हैं। साथ ही, आपको अपने जीवन में कई सकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिलेंगे। इसलिए सावन के महीने में जमीन पर सोने का बड़ा ही महत्व है।
लेखिका- सीमा कुमारी