गणगौर महोत्सव (सोर्स - सोशल मीडिया)
जयपुर: राजस्थान की परंपरा और आस्था के प्रतीक गणगौर महोत्सव को इस बार भव्य रूप में मनाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। 31 मार्च और 1 अप्रैल को निकलने वाली शोभायात्रा को और भव्य बनाने के लिए पर्यटन विभाग ने कई नई पहल की हैं। पहली बार ड्रोन के जरिए पुष्पवर्षा की जाएगी और प्रदेशभर में 200 एलईडी स्क्रीन पर इसका सीधा प्रसारण होगा। इस बार शोभायात्रा में 250 से अधिक लोक कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे, वहीं सजी-धजी पालकियों, ऊंटों, घोड़ों और हाथियों की संख्या में 50% तक वृद्धि की गई है।
बता दें कि इस बार गणगौर माता की सवारी के स्वागत के लिए तीन विशाल मंचों पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन होगा जिसमें दो मंचों पर लोक कलाकार अपनी जबरजस्त प्रस्तुतियां देंगे तो वहीं तीसरे मंच से माता की पूजा और पुष्पवर्षा की जाएगी। पुलिस का बैंड और राजस्थानी परंपरा का घूमर नृत्य भी शोभायात्रा की शोभा में चार चांद लगाएगा।
इस वर्ष शोभायात्रा में तीन अतिरिक्त हाथी, 12 घोड़े, 6 सजे-धजे ऊंट और 2 विक्टोरिया बग्गी शामिल की गई हैं। पारंपरिक वेशभूषा में 24 सदस्यीय दल आकर्षण का केंद्र रहेगा। अरवाड़ा संप्रदाय के अनुयायी अपनी विशिष्ट प्रस्तुति देंगे। राजस्थान सरकार का मानना है कि यह महोत्सव केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक मंच देने का एक माध्यम है। इस आयोजन से देश-विदेश के पर्यटकों को राजस्थान की समृद्ध संस्कृति से रूबरू होने का अवसर मिलेगा।
गणगौर माता की सवारी के स्वागत के लिए तीन विशाल मंच बनाए जाएंगे। दो मंचों पर लोक कलाकारों की प्रस्तुतियां होंगी, जबकि तीसरे मंच पर माता की पूजा और पुष्पवर्षा की जाएगी। पुलिस बैंड और पारंपरिक घूमर नृत्य भी शोभायात्रा की शोभा को दुगना बढ़ाएंगे।
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गणगौर महोत्सव को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के उद्देश्य से 500 पर्यटकों के लिए हिंद होटल टैरेस पर विशेष बैठने की व्यवस्था की गई है, जिसमें 200-300 विदेशी पर्यटकों के लिए आरक्षित स्थान तय किया गया है। सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा 200 एलईडी स्क्रीन पर इस भव्य आयोजन का सीधा प्रसारण किया जाएगा। इसके अलावा, पर्यटन विभाग के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी इसकी लाइव स्ट्रीमिंग होगी।