प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स - सोशल मीडिया)
जयपुर: राजस्थान के सिरोही जिले के रेवदर क्षेत्र में एक प्रवचन सभा के दौरान धर्मांतरण का मामला सामने आया है। विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल को सूचना मिली थी कि एक सभा में आदिवासी समुदाय के लोगों को बहला-फुसलाकर धर्म बदलने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार लोगों को हिरासत में लिया, जबकि एक व्यक्ति फरार हो गया। पुलिस को मौके से ईसाई धर्म से जुड़ी धार्मिक पुस्तकें और प्रचार सामग्री मिली है। इस घटना के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया और बड़ी संख्या में ग्रामीण पुलिस थाने के बाहर इकट्ठा होकर हिरासत में लिए गए लोगों की रिहाई की मांग करने लगे।
रेवदर के करोटी गांव में गुरुवार रात एक खेत में प्रवचन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। विश्व हिंदू परिषद के गौ रक्षा प्रांत कार्यकारिणी सदस्य रणछोड़ पुरोहित के अनुसार, यह कार्यक्रम अनवर नागौरी के खेत में रखा गया था, जहां 100-120 आदिवासी महिला-पुरुषों को बुलाया गया था। आरोप है कि उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा रहा था। सूचना मिलने पर हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता वहां पहुंचे और पुलिस को भी जानकारी दी। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर सभा को रोका और संदिग्ध गतिविधियों में शामिल चार लोगों को हिरासत में ले लिया।
पुलिस के मुताबिक, हिरासत में लिए गए चारों आरोपी अलग-अलग जगहों के रहने वाले हैं। इनमें गजेंद्र खराड़ी (निचली सिगरी), ललित (करेल, उदयपुर), लंकेश और भारमाराम (झामर, आबूरोड) शामिल हैं। आरोप है कि ये लोग हिंदू धर्म के खिलाफ भ्रामक जानकारी दे रहे थे और धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित कर रहे थे। पुलिस ने इनके पास से ईसाई धर्म की धार्मिक पुस्तकें भी बरामद की हैं।
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इस कार्रवाई के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया। रात में ही बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग पुलिस थाने के बाहर जमा हो गए और गिरफ्तार किए गए लोगों की रिहाई की मांग करने लगे। उनका कहना था कि वे इन प्रवचनकर्ताओं को अपना मार्गदर्शक मानते हैं। ग्रामीणों ने पुलिस से कहा, “अगर इन्हें नहीं छोड़ा गया तो हम खाना नहीं खाएंगे। हमारे लिए ईश्वर दो ही हैं—एक ऊपर वाला और दूसरे वे, जिन्हें आपने थाने में बंद कर रखा है।” पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है और मामले की जांच जारी है।