अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान ने किया रौशन पंजाब परियोजना का शुभारंभ (सोर्स- सोशल मीडिया)
Jalandhar: पंजाब अगले साल तक नो-पावरकट राज्य बन जाएगा। बुधवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सीएम भगवंत मान के साथ रोशन पंजाबपरियोजना का शुभारंभ किया। जालंधर में 5 हजार करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रिब्यूशन की अत्याधुनिक नेटवर्क का शिलान्यास कर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आप सरकार पंजाब में बिजली व्यवस्था दुरुस्त कर रही है।
अब पंजाब में भी 24 घंटे बिजली पहुंचने का सपना पूरा होने जा रहा है। पूरे प्रदेश में 25 हजार किलोमीटर की नई केबल बिछाई जाएगी, 8 हजार नए ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे, 77 नए सब स्टेशंस बनेंगे और 200 सब स्टेशंस ओवर-हॉल किए जाएंगे। इसके बाद पूरा पावर सिस्टम एकदम मॉडर्न होगा, जिसे कंट्रोल रूम से एक बटन पर नियंत्रित किया जाएगा। अगले 1 साल में पूरे पंजाब में 24 घंटे मुफ़्त बिजली पहुंचने लगेगी। इससे पहले हमने दिल्ली में 24 घंटे मुफ्त बिजली देकर देश को दिखाया है।
इस मौक पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार के अलावा पूरे देश में कोई भी एक राज्य नहीं है, जिसने अपने नागरिकों को 24 घंटे निर्बाध बिजली देने का सपना भी देखा हो। यहां तक कि यह भी उनकी सोच के परे था कि आम जनता को बिजली मुफ्त भी दी जा सकती है। उन्होंने सबसे अलग हटकर आम आदमी पार्टी की सरकार ने पहले दिल्ली में 24 घंटे बिजली देकर दिखाया और अब पंजाब में भी 24 घंटे बिजली देने पर काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा, आप ने सरकार बनते ही चार महीने के अंदर पंजाब की जनता के लिए बिजली मुफ्त कर दी। आज 90 फीसद पंजाबियों को मुफ्त बिजली मिलती है। हर परिवार को 2 महीने में 600 यूनिट फ्री बिजली मिल रही है। पहले पंजाब के किसान रात 1-4 बजे के बीच जागकर सिंचाई करते थे, क्योंकि किसानों को आधी रात में ही बिजली मिलती थी। लेकिन अब किसानों को दिन में 8 घंटे बिजली मिलती है। हमारी सरकार इंडस्ट्री को देश में चौथी सबसे सस्ती बिजली दे रही है।
केजरीवाल ने कहा अब सरकार ने पंजाब के लोगों को 24 घंटे बिजली देने पर काम शुरू दिया है। बिजली फ्री करने का फायदा तभी है जब बिजली आए। अब पंजाब को जल्द ही 24 घंटे बिजली मिलनी चालू हो जाएगी। 24 घंटे बिजली की व्यवस्था करने के लिए 5 हजार करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। इस पर पिछले एक साल से काम चल रहा था।
आप नेता ने कहा, पंजाब में बिजली की कमी नहीं है, लेकिन बिजली के ट्रांसमिशन और डिस्ट्रिब्यूशन का नेटवर्क पूरी तरह से कबाड़ हो चुका है। पिछले 75 साल से बिजली के ट्रांसमिशन और डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क पर काम नहीं किया गया है।
इस दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की दूरदर्शी सोच ने पारंपरिक राजनीतिक दलों को अपने चुनावी घोषणा पत्र बदलने के लिए मजबूर किया है। उनके प्रयासों से शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली के मुद्दे पार्टियों के राजनीतिक एजेंडे का केंद्र बिंदु बन गए हैं। इससे पहले किसी भी राजनीतिक दल ने इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों को कभी प्राथमिकता नहीं दी थी।
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उन्होंने कहा, बिजली अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा है। इसलिए राज्य सरकार ने इस क्षेत्र के विस्तार के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की हैं। यह बहुत गर्व और संतुष्टि की बात है कि राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से घरेलू, औद्योगिक और कृषि क्षेत्रों को निर्बाध बिजली आपूर्ति मिल रही है। सरकार के बड़े प्रयासों से 2015 से बंद पड़ी पछवाड़ा कोयला खदान से कोयले की आपूर्ति फिर से शुरू हो गई है, जिसके कारण अब राज्य के पास अतिरिक्त कोयला है।