कॉन्सेप्ट फोटो- सोर्स ग्रोक एआई
पंजाब: भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव का असर सिर्फ सीमा तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि पंजाब के सीमावर्ती जिलों के छात्रों की पढ़ाई भी इससे बुरी तरह प्रभावित हुई है। अमृतसर, फाजिल्का, पठानकोट, फिरोजपुर और तरनतारन जैसे जिलों में सुरक्षा कारणों से स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए। कई विश्वविद्यालयों ने परीक्षाएं स्थगित कर दीं और ऑनलाइन क्लास शुरू की, लेकिन छात्रों को इससे संतोष नहीं मिला। अब जब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं, तो स्कूल-कॉलेज दोबारा खुलने लगे हैं और नई परीक्षा तिथियों की घोषणा की जा रही है।
छात्रों ने जहां सरकार की सुरक्षा को लेकर उठाए गए कदमों का समर्थन किया, वहीं पढ़ाई के बाधित होने से वे चिंतित भी दिखे। कुछ छात्र इंजीनियरिंग और डिग्री की अंतिम परीक्षाओं की तैयारी में थे, लेकिन शेड्यूल बदलने से उन्हें परेशानी हुई। कई ने ऑनलाइन पढ़ाई को असहज बताया और इसे कोविड जैसी स्थिति की याद दिलाई। हालांकि विश्वविद्यालयों ने अब नई तिथियों की घोषणा शुरू कर दी है और उम्मीद है कि जल्द ही शैक्षणिक माहौल पूरी तरह सामान्य हो जाएगा।
पढ़ाई पर असर, परीक्षाएं स्थगित
तनाव के कारण पंजाब के कई बॉर्डर जिलों में शिक्षण संस्थान बंद किए गए थे। अमृतसर, तरनतारन और फाजिल्का जैसे जिलों में स्कूलों और कॉलेजों की कक्षाएं प्रभावित हुईं। पंजाब यूनिवर्सिटी, गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी और पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी सहित कई संस्थानों ने 9 से 12 मई के बीच की परीक्षाएं टाल दी थीं। अब इनमें से कई ने नई परीक्षा तिथियों की घोषणा कर दी है।
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ऑनलाइन पढ़ाई से छात्रों में असंतोष
मोहाली की एक यूनिवर्सिटी ने ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कीं, लेकिन छात्र इससे संतुष्ट नहीं हैं। बीकॉम के एक छात्र ने बताया कि ऑनलाइन क्लासेज से ध्यान केंद्रित नहीं हो पाता। बीटेक के अंतिम वर्ष के छात्र अरशप्रीत ने कहा कि उनकी पढ़ाई पूरी हो चुकी है लेकिन फाइनल एग्जाम स्थगित हैं। छात्रों ने सेना की कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि ऐसे समय में थोड़ा धैर्य जरूरी है। हालांकि अब स्थिति में सुधार आ रहा है और अब फिर से स्कूल कॉलेजों के द्वारा नई तारीखों की घोषणा शुरू होने लगीं है।