भगवंत मान से नाराज किसानों का ऐलान
चंडीगढ़: पंजाब में किसानों और आम आदमी पार्टी के बीच तकरार और तीखी हो गई है। पंजाब के किसान और आप सरकार आमने सामने हो गए हैं। किसानों ने मुख्यमंत्री और आप सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए ऐलान किया है कि जहां भी प्रदेश के मुख्यमंत्री और मंत्री या विधायक सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए जाएंगे, किसान वहां पर पहुंचेंगे और उनसे मौके पर ही सवाल किया करेंगे।
किसानों की यह तकरार सरकार से उस मद्दे को लेकर है जिसमें उन्हें मार्च में विरोध प्रदर्शन के दौरान धरने पर से हटा दिया गया था। किसान पंजाब शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे थे। इस बीच सरकार के आदेश पर पुलिस ने बल प्रयोग कर उन्हें प्रदर्शन से हटा दिया और उनका अस्थायी रैन बसेरा भी तोड़ दिया था।
किसान पूछेंगे सीएम और मंत्रियों से ये सवाल
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने घोषणा की है कि अब आप सरकार सवालों के जवाब देने से बच नहीं सकती है। उन्होंने कहा कि आज से मुख्यमंत्री भगवंत मान या उनका कोई भी मंत्री या विधायक किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होने जाता है तो किसान भी वहां जाएंगे। किसान उनसे वहीं पर ये सवाल पूछेंगे कि आखिर पंजाब-शंभू बॉर्डर से उनको धरना प्रदर्शन करने के दौरान क्यों हटाया गया। सरकार ने उन्हें हटाने के साथ उनके अस्थायी रैन बसेरों पर बुल्डोजर क्यों चलवाया। इसका जवाब पंजाब सरकार और उनके मंत्रियों को देना ही होगा।
हमारी गिरफ्तारी के पीछे क्या कारण
सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि पंजाब सरकार अपने हक के लिए प्रदर्शन कर रहे किसानों को खुले मंच पर अपनी बात भी नहीं रखने देगी क्या। उनकी आवाज को आप सरकार क्यों दबाने की कोशिश कर रही है। प्रदर्शनकारियों किसानों जबरन हटाने के साथ उनको गिरफ्तार भी कर लिया गया। क्या आप सरकार का किसानों के प्रति यहीं रुख है। इन सवालों के जवाब मंत्रियों और आप नेताओं को अब देना ही पड़ेगा।
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अमृतसर में पूछेंगे आप नेताओं से सवाल
पंढेर ने कहा कि आज अमृतसर में मुख्यमंत्री भगवंत मान और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल एक कार्यक्रम में पहुंच रहे हैं। ऐसे में किसानों का एक गुट भी उस कार्यक्रम में जाएंगा और उनसे सवाल पूछेगा। सीएम लोकतंत्र को मानते हैं तो हमारे सवालों का जवाब देंगे। बीते 19 मार्च को बातचीत के बाद किसान नेता वापस लौट रहे थे तभी पंजाब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था और उनके अस्थायी रैन बसेरों को भी तोड़ दिया था। इसके बाद से किसान आप सरकार से नाराज हैं।