हरमीत सिंह पठानमाजरा, फोटो- सोशल मीडिया
AAP MLA Harmeet Singh Pathanmajra: विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा को लेकर पुलिस का दावा है कि फरार होने के दौरान पठानमाजरा और उनके साथियों ने पुलिस पर फायरिंग की और गाड़ी चढ़ाने की कोशिश भी की। इसमें एक पुलिसकर्मी घायल हो गया।
पठानमाजरा को पंजाब पुलिस ने दिल्ली में उनके एक रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार किया था। लेकिन गिरफ्तारी के बाद जैसे ही उन्हें थाने ले जाया जा रहा था, उसी दौरान उनके साथियों ने स्कॉर्पियो और फॉर्च्यूनर गाड़ियों से पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया और पठानमाजरा को फरार करा दिया। पुलिस ने फॉर्च्यूनर को पकड़ लिया है, जबकि स्कॉर्पियो का पीछा किया जा रहा है।
यह मामला जीरकपुर की एक महिला की शिकायत पर दर्ज हुआ है, जो खुद को विधायक की पत्नी बता रही है। महिला ने आरोप लगाया है कि हरमीत ने खुद को तलाकशुदा बताकर उससे संबंध बनाए और बाद में शादी कर ली, जबकि वह पहले से विवाहित थे। प्राथमिकी में बलात्कार, धोखाधड़ी, आपराधिक धमकी और यौन शोषण जैसे आरोप शामिल हैं। साथ ही, महिला ने अश्लील वीडियो भेजने और मानसिक उत्पीड़न का भी आरोप लगाया है।
गिरफ्तारी से पहले हरमीत सिंह पठानमाजरा ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली इकाई उन्हें दबाने की कोशिश कर रही है और उनकी आवाज को खामोश किया जा रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि दिल्ली की टीम पंजाब की राजनीति में दखल दे रही है और उन पर पुराना केस लाद कर बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।
हरमीत का राजनीतिक करियर पहले से ही विवादों में रहा है। 1994 में अकाली दल से राजनीति की शुरुआत करने के बाद वह कांग्रेस, पंजाब एकता पार्टी और मनप्रीत बादल की पार्टी में भी रह चुके हैं। 2020 में उन्होंने आम आदमी पार्टी जॉइन की थी और 2022 के विधानसभा चुनाव में सनौर सीट से जीत दर्ज की थी।
पठानमाजरा अक्सर सरकार के अफसरों और अपने ही दल की नीतियों पर सवाल उठाते रहे हैं। हाल ही में उन्होंने पंजाब में बाढ़ के हालात को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। माना जा रहा है कि उनके बगावती रुख और विवादास्पद छवि के चलते भी पार्टी और प्रशासन के बीच तनाव बना हुआ था।
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इस पूरे मामले में विधायक के वकील बिक्रमजीत सिंह भुल्लर ने कहा है कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि उन्हें आधिकारिक रूप से गिरफ्तार किया गया है या नहीं। उनका दावा है कि यह मामला राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा हो सकता है और महिला की पृष्ठभूमि भी संदिग्ध है, जिन पर पहले भी कई केस दर्ज हैं।