नागपुर ग्रामीण पुलिस मुख्यालय में आयोजित चाचा नेहरू बाल खेल एवं सांस्कृतिक महोत्सव का उद्घाटन डॉ. पोद्दार द्वारा किया गया। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की विभागीय उपायुक्त अपर्णा कोल्हे, अधिकारी विनोद उपस्थित थे।
चाचा नेहरू बाल खेलकूद एवं सांस्कृतिक महोत्सव। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. हर्ष पोद्दार ने कहा, बच्चों में दिव्य प्रतिभा छिपी होती है। इसलिए ऐसे बच्चों को सही समय पर सही दिशा देने की जरूरत है। अनाथ और बेसहारा बच्चों की छिपी अद्भुत प्रतिभा को आगे लाने का टैलेंट उनमें है। हर एक को जीवन में एक बड़ा अवसर मिलता है। बच्चों ने मन में यह प्रतिबद्धता बनाइये कि आप अच्छे बनना चाहते हैं और अच्छा काम करना चाहते हैं।
बड़ा सपना सामने रखकर उसके लिए प्रयास करते रहें। हम चाहते हैं कि आप पुलिस अधिकारी बनें और हम इसके पूर्व तैयारी के लिए हमेशा आपके साथ हैं। बुधवार को महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत नागपुर जिले में सरकारी और स्वैच्छिक संगठनों में पुनर्वास के लिए भर्ती हुए अनाथ, निराश्रित और बेघर बच्चों के लिए एक खेल और सांस्कृतिक महोत्सव के उद्घाटन समारोह में डॉ. पोद्दार बोल रहे थे।
नागपुर ग्रामीण पुलिस मुख्यालय में आयोजित चाचा नेहरू बाल खेल एवं सांस्कृतिक महोत्सव का उद्घाटन डॉ. पोद्दार द्वारा किया गया। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की विभागीय उपायुक्त अपर्णा कोल्हे, जिला सूचना अधिकारी विनोद रापतवार, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष छाया राउत, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी रंजीत कुर्हे, आर्यनमन दक्ष खांते और अन्य गणमान्य भी उपस्थित थे।
आपको अन्य बच्चों की तुलना में अलग चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। आपने सफलतापूर्वक इस पर काबू पा लिया है और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। आपमें अच्छी खेल भावना है। 18 वर्ष की आयु तक संरक्षण गृह में बिताए अपने जीवन की ढाल बनाए। आपको एक अच्छे खिलाड़ी के रूप में जाना जाना चाहिए। आप में अच्छे पुलिस अधिकारी बनने की क्षमता होनी चाहिए। यह डॉ. हर्ष पोद्दार ने कहा।
हम आपको यहां आवश्यक पूर्व-प्रशिक्षण सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। तथा हम आपको इस मुख्यालय के मैदान पर अभ्यास के लिए उचित सुविधाएं प्रदान करेंगे, ऐसा भरोसा भी जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. हर्ष पोद्दार ने अपने अभिभाषण में दिया।
आपके पास विपरीत परिस्थितियों पर काबू पाकर खुद को साबित करने का दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास है। सजग समाज में कोई भी बच्चा अनाथ नहीं होता। आपके विकास, शिक्षा और संरक्षण की जिम्मेदारी सरकार की है। इसे महिला एवं बाल विकास विभाग ने स्वीकार कर लिया है। समाज के विभिन्न घटक और सेवाभावी संगठनों ने हमारी ओर मदद का हाथ बढ़ाया है। समाज से मदद के ये हाथ और भी बढ़ेंगे, यह बात जिला सूचना अधिकारी विनोद रापतवार ने कही।
जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी रंजीत कुर्हे ने कार्यक्रम के प्रस्तावना भाषण में कहा, इस 3 दिवसीय खेल एवं सांस्कृतिक महोत्सव में कुल 350 एथलीटों ने भाग लिया। सभी लड़के और लड़कियां सरकारी अनाथालयों, गैर सरकारी अनाथालयों और महिला छात्रावासों के लाभार्थी हैं।
प्रतियोगिता में दौड़, खो-खो, कबड्डी, लंबी कूद, गोला फेंक, वॉलीबॉल जैसी खेल प्रतियोगिताओं के साथ-साथ कैरम, शतरंज, चित्रकला प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता तथा सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। इस प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए जिला परिवीक्षा अधिकारी चंद्रकांत बोंडे, जिला बाल संरक्षण अधिकारी मुश्ताक पठान और एनजीओ के अधिकारी कड़ी मेहनत कर रहे हैं।