गणेशोत्सव की धूम देशभर में जहां देखी जा रही है वही पर दुनिया में भी भगवान गणेश की हिंदू भक्तों द्वारा पूजा की जाती है। आज हम बात कर रहे है भगवान गणेश की 128 फीट विशाल गणेश प्रतिमा की, जो थाइलैंड के ख्लॉन्ग ख्वेन शहर के गणेश इंटनेशनल पार्क में स्थापित की गई है।
थाइलैंड में स्थापित गणेश प्रतिमा (सौ.सोशल मीडिया)
गणेशोत्सव की धूम देशभर में जहां देखी जा रही है वही पर दुनिया में भी भगवान गणेश की हिंदू भक्तों द्वारा पूजा की जाती है। आज हम बात कर रहे है भगवान गणेश की 128 फुट विशाल गणेश प्रतिमा की, जो थाइलैंड के ख्लॉन्ग ख्वेन शहर के गणेश इंटनेशनल पार्क में स्थापित की गई है। यह प्रतिमा सामान्य ना होकर तांबे की धातु से बनी है जिसे देख हर किसी मन मोहित हो जाए।
थाइलैंड टूरिज्म के अनुसार, गणपति प्रतिमा का निर्माण पुलिस जनरल सोमचाई वानिचसेनी के नेतृत्व में चाचोएंगसाओ स्थानीय संघ समूह द्वारा किया गया। बताया जा रहा है कि, इस समूह के अध्यक्ष ने 2009 में इसका निर्माण शुरू किया था,गणपति की यह प्रतिमा 854 अलग-अलग हिस्सों को मिलाकर बनाई गई। खास बात है कि 40,000 वर्ग मीटर के विशाल क्षेत्र में स्थापित विशाल गणेश प्रतिमा को संरक्षक बनाया गया है।
खलोंग खुआन गणेश अंतर्राष्ट्रीय पार्क, जहां यह प्रतिमा स्थापित है, उसकी गिनती थाईलैंड के प्रमुख तीर्थस्थल के रूप में की जाती है। यह ऊंची प्रतिमा आस्था, एकता और आशीर्वाद के विशाल प्रतीक के रूप जाना जाता है। केवल मानवीय रचनात्मकता और भक्ति की ऊंचाइयों को दर्शाती है, बल्कि भगवान गणेश की सार्वभौमिक अपील को भी दर्शाती है, जिनका आशीर्वाद सीमाओं और मान्यताओं से परे है।
39 मीटर ऊंची गणपति की प्रतिमा के ऊपरी दाएं हाथ में कटहल है, जो बहुतायत और समृद्धि का प्रतीक है. ऊपरी बाएं हाथ में गन्ना है, जो मिठास और खुशी का प्रतीक है. निचले दाएं हाथ में केला है, जो पोषण का प्रतीक है। निचले बाएं हाथ में आम है, जो दिव्य ज्ञान और बुद्धि से जुड़ा एक फल है।