
बाघ के पद चिन्ह (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Yavatmal Tiger Kills Nilgai: झरी जामणी संभाग के गाडेघाट इलाके और पैनगंगा नदी तट के आसपास बाघ की हलचल से दहशत फैल गई है। आमलोन और गाडेघाट के ग्रामीणों ने नदी किनारे बाघ के ताज़े पगमार्क देखे। ग्रामीणों ने जब उन निशानों का पीछा किया, तो पता चला कि बाघ ने पैनगंगा नदी को तैरकर पार किया और चंद्रपुर ज़िले के तुलसी गांव के खेतों में पहुँचकर नीलगाय का शिकार किया है।
पगमार्क देखने के बाद किसानों ने तुरंत वनविभाग को सूचना दी। जानकारी मिलते ही वणी वनविभाग की टीम मौके पर पहुँची और जांच शुरू की। नदी के उस पार तुलसी शिवार की ओर लगातार पगमार्क मिलने से यह पुष्टि हुई कि बाघ उसी दिशा में गया था। थोड़ी दूरी पर नीलगाय का शव बरामद हुआ, जिससे शिकार की बात पक्की हो गई।
वन विभाग ने घटनास्थल का पंचनामा कर आसपास के इलाकों में गश्त तेज कर दी है। ग्रामीणों को सतर्क रहने और रात में खेतों या नदी किनारे न जाने की चेतावनी दी गई है। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इलाके में हाल ही में बाघ की आवाजाही बढ़ी है और सभी को सावधानी बरतने की ज़रूरत है।
इस घटना के बाद गाडेघाट और तुलसी गांव में डर का माहौल है। सोशल मीडिया पर बाघ के पगमार्क और नीलगाय के शव की तस्वीरें व वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कई दिनों बाद पहली बार इतने बडे ताज़े निशान और शिकार का मामला सामने आया है।
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तालुका के ग्राम पांढुर्णा-पिंपरी परिसर में ग्रामीणों ने बाघ दिखाई देने की शिकायत ग्रामीणों ने की है। लेकिन वन विभाग ने इस क्षेत्र का दौरा तक नहीं किया। ऐसे में किसानों में रोष व्याप्त है। लगातार हो रही बारिश के चलते फसल बर्बाद हो गयी है। जो थोडी फसल खेतों में खडी है उसकी सुरक्षा और फसल कटाई कर घर लाने का प्रयास किया जा रहा है।
लेकिन अब परिसर में बाघ ने दस्तक देने से किसान और मजदूरों को खेत में जान का खतरा नजर आ रहा है। ऐसे में वन विभाग ने तत्काल कार्रवाई कर किसानों की समस्या दूर करने की दृष्टि से जरूरी उपाय किए जाने की मांग की जा रही है। लेकिन बीते कई दिनों से इस परिसर में बाघ ने आतंक मचाने की खबरे आ रही है। इसके बावजुद वन विभाग व्दारा इस ओर अनदेखी किए जाने के आरोप लग रहे है।






