शहर की सड्कों के गड्ढों को पाटा (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Yavatmal ke Raja: यवतमाल शहर की मुख्य सड़कों पर कई वर्षों से गड्ढे पड़े हैं। हालांकि, प्रशासन की उपेक्षा के चलते यहां ‘यवतमाल के राजा’ के नाम से प्रसिद्ध गणेश मंडल के कार्यकर्ताओं ने चार से पांच किलोमीटर के क्षेत्र में खुद ही गड्ढे भर दिए। गणेश आगमन से पहले मंगलवार (26) को शुरू की गई इस पहल ने अपने आंदोलन से नागरिकों का ध्यान आकर्षित किया था।
यवतमाल के राजा गणेश मंडल पिछले छह दशकों से यहां के मारवाड़ी चौक, सरदार चौक क्षेत्रों में स्थापित है। यह मंडल अपने आकर्षक स्वरूप और समाजोपयोगी गतिविधियों के लिए हर साल भक्तों का ध्यान आकर्षित करता है। इस वर्ष, मंडल के पदाधिकारियों ने गणेश आगमन से पहले शहर के गड्ढों को भरने के लिए नगर निगम प्रशासन से बार-बार अपील की।
हालांकि, गणेश स्थापना का दिन नजदीक आने के बावजूद, प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया। मंगलवार को मंडल के आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने अपने खर्चे पर बजरी से भरे ट्रक मंगवाए। इसके माध्यम से दिन भर यवतमाल शहर की सड़कों पर गड्ढों को भरने का अभियान चलाया गया। इससे गणेशोत्सव के दस दिनों के साथ-साथ शहर के वाहन मालिकों को कम से कम कुछ और महीनों तक गड्ढों से मुक्ति मिल सकेगी।
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गणेश मंडल के कार्यकर्ता नगर परिषद प्रशासन द्वारा गड्ढे भरने में सहयोग न करने से बेहद नाराज थे। इसलिए इस दौरान आगामी नगर परिषद चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी भी दी गई। साथ ही, गड्ढे भरने का अभियान शुरू करने से पहले ‘यवतमाल के राजा’ गणेश मंडल के पदाधिकारियों ने जिला कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक बयान भेजा। यवतमाल के राजा परिवार के कार्यकर्ताओं ने सरदार चौक, तहसील चौक, टांगा चौक, गांधी चौक, लोखंडी पुल, मालीपुरा, बालाजी चौक, मारवाडी चौक परिसर के रास्तों के गढ्ढों को पाटने का काम किया।