'बाल शिक्षा एवं संस्कार' विषय पर अभिभावक परामर्श कार्यक्रम संपन्न
Pandharkawda News: यहां वीरशैव लिंगायत समुदाय की ओर से हाल ही में परामर्शदाता नीलोफर अमीन लखानी द्वारा ‘बाल शिक्षा एवं संस्कार’ विषय पर अभिभावक परामर्श कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वीरशैव लिंगायत हीत संवर्धन मंडल के अध्यक्ष अरुण डोंगशनवार ने की, जबकि महिला मंडल की अध्यक्ष प्रा। एकता शेटे मुख्य रूप से मंच पर उपस्थित थीं।
कोजागिरी के अवसर पर आयोजित इस परामर्श कार्यक्रम में बोलते हुए नीलोफर लखानी ने कहा कि यदि बच्चों में छोटी उम्र से ही सही संस्कार दिए जाएं, तो ही भारत एक समृद्ध, स्वस्थ और विकसित भारत बन सकता है। उन्होंने आगे कहा कि बच्चों की बुद्धि जागृत होती है और उस बुद्धि को बढ़ावा देना प्रत्येक अभिभावक का कार्य है। उनके द्वारा पूछे गए प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास करें। यदि आपको उत्तर नहीं पता हो, तो उन पर क्रोधित हुए बिना उत्तर ढूंढ़कर उन्हें बताएं, जिससे उनकी विचार शक्ति जागृत होगी। साथ ही, उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
हमारा काम सिर्फ़ बच्चे को कोई वस्तु देकर पूरा नहीं हो जाता। हमें उस वस्तु के उपयोग, उसके निर्माण की विधि, उसमें क्या-क्या मिला, आदि के बारे में जानकारी देनी चाहिए। नीलोफर ने कहा कि हर माता-पिता को यह सुनिश्चित करने का प्रयास करना चाहिए कि बच्चे अनुशासन, आत्मविश्वास और विषय का संपूर्ण ज्ञान प्राप्त करें।शहरी क्षेत्रों की तरह ग्रामीण क्षेत्रों में भी नशीली दवाओं का प्रयोग व्यापक रूप से फैला हुआ है। इस प्रकार का दुरुपयोग अब तक बच्चों में विशेष रूप से आम था।
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हाल ही में, आठवीं कक्षा में प्रवेश लेने वाली लड़कियों में भी नशीली दवाओं का सेवन आम बात हो गई है, और माता-पिता को इस बारे में बेहद सतर्क रहना चाहिए, ऐसा वीरशैव लिंगाय समाज के अध्यक्ष अरुण डोंगशनवार ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा। इस परामर्श कार्यक्रम का संचालन उपाध्यक्ष मंगेश चांदेकर और आभार प्रसाद संस्था के सचिव प्रमोद पंचभाई ने किया। इस कार्यक्रम में शहर के वीरशैव समाज बंधु बड़ी संख्या में उपस्थित थे। प्रवीण नंदनकर, गणेश नांदेकर, मोहन काले, विशाल सपाटे, वालुरकर, अभय उमरे आदि ने कार्यक्रम की सफलता के लिए कड़ी मेहनत की।