कलंब में राष्ट्रीय शैक्षणिक सम्मेलन (सौजन्य( सोशल मीडिया)
Kalamb: शोध पर प्रकाश डालने वाला राष्ट्रीय सम्मेलन ‘ इंटरसेक्शन आफ न्यू डिसिप्लिन्स, इनोवेटीव रिसर्च एण्ड एक्शन- इंदिरा 2025’ यहां इंदिरा कॉलेज में आयोजित किया गया। उद्घाटन संत गाडगेबाबा अमरावती विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.मिलिंद बारहाते ने किया। संस्था की कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. सिंधु मांडवकर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। मुख्य अतिथि वाणिज्य महाविद्यालय ट्रस्ट के अध्यक्ष विनायक दाते, डॉ. राधेश्याम चौधरी आदि थे।
शोध प्रगति का मार्ग प्रशस्त करता है। अतः डॉ. बारहाते ने आशा व्यक्त की कि नई शिक्षा नीति के अनुसार नए शोध के माध्यम से विश्व के सामने नया ज्ञान लाया जाए। विनायक दाते ने विद्यार्थियों की समस्याओं पर टिप्पणी की। डॉ. राधेश्याम चौधरी ने रोजगार के नए अवसरों और प्रबंधन कौशल पर अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर विभिन्न प्रांतों से आए प्राध्यापकों, शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों ने नवीन शोध पर आधारित शोध पत्र प्रस्तुत किए। परिचय में स्वागत भाषण प्राचार्य डॉ.पवन मांडवकर ने दिया, जिसमें उन्होंने कलंब शहर के इतिहास और सम्मेलन के आयोजन की भूमिका पर प्रकाश डाला।
विभिन्न सत्रों में डॉ.काशीनाथ ब-हाटे, प्राचार्य डॉ.अमोल देशमुख, प्राचार्य डॉ. वीरेंद्र तलरेजा, प्राचार्य डॉ.राजेंद्र क्षीरसागर, डॉ. ममता इंगोले, डॉ. अजय भीष्म जैसे विद्वानों ने अपने विचार प्रस्तुत किए। सम्मेलन का समापन अमरावती विश्वविद्यालय के निदेशक डॉ. अजय लाड ने किया।
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कार्यक्रम में डॉ. महेंद्र गिरी, डॉ.वीरा मांडवकर, प्रा.अतुल सारडे, डॉ. प्रफुल्ल गवई, डॉ. चंद्रशेखर पाखरे, डॉ. माधुरी राखुंडे, डॉ. कैलाश नेमाडे, प्रा. रूपेश आत्राम, डॉ. शरयू बोंडे, डॉ. वेद पत्की, प्रा. प्रशांत जवादे, डॉ. पांडुरंग इंगले, प्रा. स्नेहल खांडेकर, प्रा. जवाहर बोदुलवार, प्रा. शीतल राउत आदि उपस्थित थे। इस सम्मेलन के आयोजन में इंदिरा कॉलेज के शिक्षकों, शिक्षकेतर कर्मचारियों आदि ने पहल की। इसके लिए कॉलेज के निदेशक मंडल का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।