“ऊदे ग अंबे ऊदे” के गजर में हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई हाजिरी (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Mahagaon: महाराष्ट्र के साढ़े तीन शक्तिपीठों में पूर्ण पीठ माने जाने वाले श्रीक्षेत्र माहुरगढ़ पर 22 सितंबर को शारदीय नवरात्र उत्सव का शुभारंभ हुआ। प्रातः 7 बजे मातृतिर्थ तालाब से तिर्थ लाकर अभिषेक किया गया और 11:30 बजे घटस्थापना के साथ उत्सव की सुरुवात हुई। इस अवसर पर मंदिर परिसर “ऊदे ग अंबे ऊदे” के गजर से गूंज उठा। ना। राधाकृष्ण विखे पाटील और पंकजा मुंडे ने देवी के दर्शन लेकर महाआरती की। 22 सितंबर से शुरू हुए शारदीय नवरात्र आश्विन शुद्ध प्रतिपदा का शुभारंभ सुबह 7 बजे मंदिर प्रांगण में श्री रेणुका माता की वैदिक महापूजा के साथ ‘उदे ग अंबे उदे’ की धुन पर हुआ।
इस दौरान मुख्य मंदिर प्रांगण एवं श्री रेणुका माता के परिसर में कुलदेवी श्री तुलजाभवानी मंदिर, भगवान परशुराम मंदिर, श्री महालक्ष्मी मंदिर की पूजा-अर्चना की गई। एक पत्थर के कुंड में मातृका भरकर उसमें पांच प्रकार के अनाज डालकर, कुंड पर एक मिट्टी का पात्र रखकर, जिसमें नागवेली के पत्ते और श्रीफल रखे गए, पांच गन्ने के डंठल रखकर उस पात्र पर माला रखी गई। प्रातः 11:30 बजे घटस्थापना की गई। पंचामृत से अभिषेक किया गया। घटस्थापना के पश्चात, संस्थान के पदसिद्ध अध्यक्ष एवं प्रथम जिला न्यायाधीश, जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुनील वेदपाठक की उपस्थिति में आरती की गई। देवी को पीले पैठणी महावस्त्र से सुसज्जित किया गया।
स्थापना के बाद, एक शोभायात्रा निकाली गई और क्षेत्र के कुलदेवियों को भोग लगाया गया, आरती और कुमारिका पूजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य जिला सत्र न्यायाधीश एवं श्री रेणुकादेवी संस्थान के पदसिद्ध अध्यक्ष सुनील वेदपाठक, संस्थान के पदसिद्ध सचिव एवं सहायक जिलाधीश जेनित चंद्रा दोंतुला (भाप्रसे) उपस्थित थे। इस अवसर पर संस्थान के पदसिद्ध उपाध्यक्ष एवं उपविभागीय पुलिस अधिकारी रामकृष्ण मलघने, संस्थान के कोषाध्यक्ष एवं तहसीलदार अभिजीत जगताप, ट्रस्टी चंद्रकांत भोपी, संजय कान्नव, अरविंद देव, विनायक फांदाडे, बालाजी जगत, दुर्गादास भोपी, पुजारी भवानीदास भोपी, शुभम भोपी, समीर भोपी और कैलास जेठे उपस्थित थे।
ये भी पढ़े: मालेगांव में आदिवासियों का हल्लाबोल आंदोलन, बुनियादी सुविधाओं की मांग पर निकाला मोर्चा
सुबह से ही दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। रेणुका माता माहुर गढ़ पर विराजमान हैं, जो अत्यंत सुंदर और दर्शनीय है तथा पहाड़ों और जंगलों से घिरा हुआ है। महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और अन्य देशों से बड़ी संख्या में भक्त उनके दर्शन के लिए आते हैं। नवरात्रि उत्सव के पहले दिन, जब हजारों भक्त माता के दर्शन के लिए कतार में खड़े थे, तभी गरज और बिजली के साथ भारी बारिश हुई।
इस समय सहायक जिला कलेक्टर जेनित चंद्रा दोंथुला, तहसीलदार अभिजीत जगताप, पुलिस निरीक्षक गणेश कराड, मुख्याधिकारी विवेक कांदे, नगराध्यक्ष फिरोज दोसानी, श्री रेणुका देवी के प्रबंधक योगेश साबले, पुलिस होमगार्ड और मंदिर में तैनात नगर पंचायत के सुरक्षा गार्डों ने भक्तों को कोई परेशानी न हो, इसका ध्यान रखा।