वाशिम में निकला मूक मोर्चा (सौजन्य-नवभारत)
वाशिम: बीड मामले में पकड़ा गया मुख्य आरोपी वाल्मिक कराड को पुलिस ने रिहा कर दिया है। सरपंच हत्याकांड में 7 आरोपियों के खिलाफ मकोका लगाया गया है लेकिन वाल्मिक कराड को रिहा कर दिया गया। इस पर वाल्मिक कराड के खिलाफ भी मकोका लगाया जाने की मांग की जा रही है।
बीड में संतोष देशमुख हत्याकांड में न्याय की मांग के लिए लगातार आम जनता प्रदर्शन कर रही है। इस बीच वाशिम में भी न्याय को लेकर सभी धर्म के लोगों ने साथ आकर मूक मोर्चा निकाला। बीड और परभणी मामले को लेकर वाशिम में सभी धर्मियों की ओर से एक भव्य मूक मोर्चा निकाला गया।
इस मूक मोर्चे में संतोष देशमुख के भाई और अन्य राजनीतिक नेता भी मौजूद थे। बीड जिले के मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख और परभणी के सोमनाथ सूर्यवंशी की हत्या के सभी आरोपियों को फांसी देने की मांग को सामने रखा गया।
वाशिम में इस मोर्चे में सभी दलों, सभी धार्मिक संगठनों, धर्मार्थ संगठनों और संवेदनशील नागरिकों द्वारा एक विशाल मूक मोर्चा का आयोजन किया गया था। मोर्चे में संतोष देशमुख के भाई धनंजय देशमुख, वाशिम के सांसद संजय देशमुख और अन्य राजनीतिक नेता तथा सामाजिक कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे। यह विशाल मोर्चा छत्रपति शिवाजी महाराज चौक से शुरू हुआ और पाटनी चौक से होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय तक गया।
इस अवसर पर सभी पार्टी के नेताओं द्वारा जिलाधिकारी को संतोष देशमुख के परिवार को न्याय दिलवाने की मांग की गई। धनंजय देशमुख ने मीडिया से बात करते हुए जानकारी दी कि बीड हत्याकांड के 7 आरोपियों पर मोक्का लगाया गया। लेकिन घटना का मुख्य सूत्रधार वाल्मिक कराड पर जब तक हत्या का मामला दर्ज नहीं होता और कराड सहित सभी आरोपियों को फांसी की सजा नहीं दी जाती तब तक हम न्याय मांगते रहेंगे।
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बीड जिले के मासजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की 9 दिसंबर को उस समय हत्या कर दी गई थी, जब उन्होंने कथित तौर पर क्षेत्र में पवन चक्कियां लगाने वाली एक ऊर्जा कंपनी को निशाना बनाकर जबरन वसूली के प्रयास का विरोध किया था। कथित तौर पर जबरन वसूली के प्रयास का नेतृत्व स्थानीय नेता विष्णु चाटे ने किया था, जिन्होंने कंपनी से 2 करोड़ रुपये की मांग की थी। कथित तौर पर देशमुख के हस्तक्षेप के कारण उनका अपहरण, यातना और बाद में हत्या कर दी गई।