
वर्धा न्यूज
Road Safety Committee: वर्धा जिले में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से प्रशासन द्वारा लगातार निरीक्षण कर दुर्घटनाग्रस्त स्थलों की पहचान की जा रही है। ऐसे स्थलों को ब्लैक स्पॉट के रूप में घोषित करने पर जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठकों में चर्चा की जाती है और उन्हें आधिकारिक रूप से चिन्हित किया जाता है। वर्धा जिले में फिलहाल 32 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए हैं।
इनमें से कुछ स्थानों पर स्थायी सुधारात्मक उपाय लागू किए जा चुके हैं, जबकि शेष स्थानों पर ऐसे उपाय तुरंत करने के निर्देश संबंधित विभागों को दिए गए हैं। पिछले दस वर्षों की तुलना में जिले में वाहनों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। कई राजमार्गों का नवीनीकरण और चौड़ीकरण भी हुआ है। इसके बावजूद पिछले तीन वर्षों में किन मार्गों पर बार-बार दुर्घटनाएं हुईं या जहां जनहानि हुई, इस पर विस्तृत अध्ययन किया गया।
इस अध्ययन के आधार पर, जिलाधिकारी (सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष) ने 32 स्थलों को ब्लैक स्पॉट घोषित कर संबंधित विभागों को स्थायी उपाय लागू करने के निर्देश दिए। इनमें से कुछ स्थानों पर सुधार कार्य पूरा हो चुका है, जिसके चलते उन्हें अब ब्लैक स्पॉट सूची से हटा दिया गया है, जबकि शेष स्थानों पर तत्काल स्थायी उपाय करने के आदेश दिए गए हैं।
किसी सड़क को ब्लैक स्पॉट घोषित करने के लिए संबंधित विभाग द्वारा निर्धारित अवधि के दौरान हुई दुर्घटनाओं का डेटा एकत्र किया जाता है। यदि लगभग 300 से 500 मीटर के किसी हिस्से में पिछले तीन वर्षों में पांच या अधिक दुर्घटनाएं (जिनमें मृत्यु या गंभीर चोटें शामिल हों) हुई हों, तो ऐसे स्थान को जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में चर्चा कर ब्लैक स्पॉट के रूप में अनुमोदित किया जाता है।
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जिले में कुल 32 ब्लैक स्पॉट हैं, जिनमें से कुछ स्थानों पर स्थायी सुधार कार्य किए जा चुके हैं, जिससे वहां दुर्घटनाओं में कमी आई है। शेष स्थलों पर जल्द से जल्द स्थायी उपाय करने के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिए गए हैं। इस दिशा में हमारा काम शुरु है़






