आगरा में 11 वर्षीय कथावाचक बाल विदुषी लक्ष्मी का एक वीडियो वायरल होने से बवाल मच गया है। वीडियो में वह ताजमहल परिसर के अंदर शिव तांडव स्त्रोत्र का पाठ करती दिख रही हैं और स्मारक को ‘तेजो महालय’ (शिव मंदिर) बता रही हैं। 4 नवंबर को पोस्ट किए गए इस वीडियो को उन्होंने 31 अक्टूबर को रिलीज हुई परेश रावल की फिल्म ‘द ताज स्टोरी’ से जोड़ा और लोगों से इसे देखने की अपील की। उन्होंने सवाल उठाया कि “यह कैसा मकबरा है जिसमें कमल के फूल बने हैं और पास में नदी है?” चूंकि ताजमहल में धार्मिक अनुष्ठान प्रतिबंधित हैं, इसलिए वीडियो सामने आते ही ASI (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) और ताज सुरक्षा में हड़कंप मच गया। ASI ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सुरक्षाकर्मियों से जवाब मांगा गया है कि यह वीडियो कैसे रिकॉर्ड हुआ। वहीं, कई संत समाज और हिंदू संगठनों ने बाल विदुषी का समर्थन किया है।
आगरा में 11 वर्षीय कथावाचक बाल विदुषी लक्ष्मी का एक वीडियो वायरल होने से बवाल मच गया है। वीडियो में वह ताजमहल परिसर के अंदर शिव तांडव स्त्रोत्र का पाठ करती दिख रही हैं और स्मारक को ‘तेजो महालय’ (शिव मंदिर) बता रही हैं। 4 नवंबर को पोस्ट किए गए इस वीडियो को उन्होंने 31 अक्टूबर को रिलीज हुई परेश रावल की फिल्म ‘द ताज स्टोरी’ से जोड़ा और लोगों से इसे देखने की अपील की। उन्होंने सवाल उठाया कि “यह कैसा मकबरा है जिसमें कमल के फूल बने हैं और पास में नदी है?” चूंकि ताजमहल में धार्मिक अनुष्ठान प्रतिबंधित हैं, इसलिए वीडियो सामने आते ही ASI (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) और ताज सुरक्षा में हड़कंप मच गया। ASI ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सुरक्षाकर्मियों से जवाब मांगा गया है कि यह वीडियो कैसे रिकॉर्ड हुआ। वहीं, कई संत समाज और हिंदू संगठनों ने बाल विदुषी का समर्थन किया है।






