
वर्धा. केंद्र सरकार ने विशेष दर्जा देने के बाद वर्धा-नांदेड मार्ग के कार्य ने गति पकड़ी है. शनिवार को वर्धा से कलंब तक रेल मार्ग का सफल ट्रायल लिया गया. 125 की स्पीड से मार्ग पर ट्रैन दौड़ाई गई. वर्धा से नांदेड तक 284.65 किमी का मार्ग बनाने को सन 2008-09 में तत्कालीन रेल मंत्री लालुप्रसाद यादव ने मंजूरी दी थी. रेलमंत्री यादव ने जिसके बाद मार्ग का भूमीपूजन किया था.
केंद्र व राज्य सरकारी की भागीदारी यह परियोजना पुरी की जानेवाली है. परंतु, निधि कमी व भूसंपादक के कार्य समय पर नही होने के कारण 2015 तक परियोजना का नाममात्र कार्य हुआ. मोदी सरकार के आने के बाद केंद्र ने सन 2016 में परियोजना को विशेष दर्जा दिया गया. जिसके बाद परियोजना ने गति पकड़ी. समय पर काम नहीं होने के कारण परियोजना का खर्च बढ़कर 3445.48 करोड़ रूपये तक पहुंच चुका है.
वर्तमान में परियोजना पर करीब 1,910 करोड़ रूपये खर्च हुए हैं. वर्धा से देवली तक के 14.92 किमी ट्रैक का कार्य अगस्त माह में पूर्ण होने के बाद 31 अगस्त को वर्धा से देवली तक 110 की स्पीड से विशेष ट्रैन चलाई गई थी. देवली से यवतमाल जिले के कलंब तक के ट्रैक का काम अंतिम पाडाव पर होने के कारण दिसंबर तक इस मार्ग पर ट्रैन का ट्रायल लेने की जानकारी रेल विभाग व्दारा दी गई थी.
वर्धा से कलंब तक का 43 किमी का मार्ग पूर्ण होने के कारण शनिवार को सुबह 6.15 बजे सात डिब्बों वाली विशेष ट्रैन चलाकर ट्रायल लिया गया. यह ट्रेन वर्धा- देवली- भिड़ी के बाद कलंब में पहुंची. आधे घंटे के भीतर ट्रेन ने यह फासला तय किया. ट्रेन 125 की स्पीड से दौड़ी. विशेष ट्रैन कलंब में पहुंचने के बाद ट्रैन का स्वागत किया गया. सीआरएस (रेलवे सुरक्षा आयुक्त) मनोज अरोड़ा ने नई लाइन सेक्शन का निरीक्षण किया और इसे सुरक्षित होने का प्रमाण पत्र दिया. इस अवसर पर मुख्य प्रशासनिक अधिकारी अवनीश कुमार पांडे एवं डीआरएम तुषार कांत पांडे उपस्थित थे.

वर्धा से नांदेड कुल 284 किमी के मार्ग में से मात्र 38.61 किमी के मार्ग का काम पूर्ण हुआ है. जिससे अभी भी 246.04 किमी का काम शेष है. रेल विभाग ने मार्च 2024 तक यवतमाल तक ट्रेन का ट्रायल लेने की घोषणा की है. कलंब से यवतमाल तक के 23 किमी मार्ग का कार्य मार्च तक पूर्ण करने का टारगेट रेल विभाग ने रखा है. यह कार्य आनेवाले तीन माह के भीतर पूर्ण हुआ तो मार्च माह में नये वर्ष में वर्धा से यवतमाल ट्रेन दौड़ सकती है. वर्धा नांदेड मार्ग पर कुल 26 स्टेशन है. जिसमें से चार स्टेशन का निर्माण पूर्ण हुआ है.






