चामुंडी एक्सप्लोसिव कंपनी में विस्फोट के बाद का दृश्य (फोटो: पीटीआई)
वर्धा. नागपुर के चामुंडी एक्सप्लोसिव कंपनी में हुए हादसे के बाद 24 बड़े बारुद तथा विस्फोटक से जुड़ी कंपनियों की जांच मुहिम प्रशासन ने शुरू की है। इसके तहत वर्धा जिले की पांच एक्सप्लोसिव कंपनियों की जांच अधिकारियों की टीम ने की है। उक्त टीम में औद्योगिक सुरक्षा व स्वास्थ्य विभाग, पुलिस व राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारी का समावेश है।
संबंधित अधिकारियों की टीम ने जून माह में अत्यंत गोपनीय तरीके से वर्धा जिले की 5 एक्सप्लोसिव कंपनियों को औचक भेंट दी। जहां कुछ खामियां पाये जाने की जानकारी है। इस संदर्भ में कंपनी प्रबंधन को उचित निर्देश दिये गए हैं। वर्धा जिले की तलेगांव (शापं) स्थित सीडीईटी एक्सप्लोसिव इंडस्ट्रिज लि., तलेगांव रघूजी स्थित अरावली एक्सप्लोसिव प्रा. लि., केलझर स्थित एसयूए एक्सप्लोसिव प्रा. लि., पुलगांव के गोलाबारुद भांडार एवं सेलडोह स्थित त्रिशूल एक्सप्लोसिव प्रा. लि. का समावेश है।
तीनों विभाग के संयुक्त रूप से गठित अधिकारियों की टीम ने जिले की की पांच व जिले के बाहरी क्षेत्र की कुल 24 विस्फोटक इंडस्ट्रिज व अन्य इंडस्ट्रिज को औचक भेंट दी है। संबंधित अधिकारी की टीम को प्राप्त जानकारी के आधार पर एक संयुक्त रिपोर्ट शीघ्र सरकार को पेश करेंगे। इस पर सरकार क्या एक्शन लेती है, इस ओर सभी का ध्यान लगा हुआ है।
गौरतलब है कि बीते महीने नागपुर शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर नागपुर-अमरावती हाईवे से सटे धामना लिंगा गांव के समीप नेरी मानकर क्षेत्र में बारूद बनाने वाली कंपनी चामुंडी एक्सप्लोसिव के पैकेजिंग यूनिट में भयानक विस्फोट हुआ था। इस घटना में नौ श्रमिकों की दर्दनाक मौत हो गई थी।
वहीं, पिछले साल दिसंबर में नागपुर जिले के ही बाजारगांव इलाके में विस्फोटक बनाने वाली कंपनी ‘सोलर इंडस्ट्रीज’ की फैक्टरी में विस्फोट होने से नौ लोगों की मौत हो गई थी।