
गौतमी पाटील के कार्यक्रम में हंगामा (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Wardha News: वर्धा जिले में कलाकारों को प्रोत्साहन देने और उनकी कला प्रस्तुतियों के लिए उचित मंच उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 20 से 26 नवंबर तक वर्धा सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन किया गया है। हालांकि, महोत्सव के दूसरे ही दिन माहौल बिगड़ गया।
21 नवंबर को आयोजित प्रसिद्ध लावणी कलाकार गौतमी पाटील के कार्यक्रम में बड़े पैमाने पर हंगामा देखने को मिला, जिसके बाद वातावरण तनावपूर्ण हो गया। कार्यक्रम के दौरान कुर्सियों की फेंकाफेंकी और तोड़फोड़ शुरू हो गई, जिसके बाद पुलिस ने हस्तक्षेप कर स्थिति पर काबू पाया। नागरिकों ने आयोजकों पर नियोजन और व्यवस्था के अभाव को लेकर तीखा रोष व्यक्त किया।
स्वावलंबी मैदान में रात के समय आयोजित इस लावणी कार्यक्रम के लिए टिकट बिक्री की गई थी। बड़ी संख्या में टिकट खरीदकर आए दर्शक मैदान में पहुंचे, लेकिन भारी भीड़ और अपर्याप्त व्यवस्थाओं के कारण नाराजगी बढ़ती चली गई। पीछे की पंक्तियों में बैठे दर्शकों को मंच पर हो रहा कार्यक्रम स्पष्ट दिखाई नहीं दे रहा था। बढ़ते असंतोष के चलते कुछ दर्शकों का गुस्सा हिंसक रूप धारण कर गया और उन्होंने कुर्सियां फेंकना शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने मंच के पास लगाए गए पर्दे तक फाड़ डाले। अचानक हुए हंगामे के कारण कार्यक्रम को कुछ समय के लिए रोकना पड़ा।
गौतमी पाटील के कार्यक्रम में हुए हंगामे के चलते कुछ समय तक वातावरण तनावपूर्ण बना रहा। कुर्सियों की फेंकाफेंकी, पर्दे फाड़ने और धक्का-मुक्की के चलते कार्यक्रम बाधित हुआ। हालांकि पुलिस ने तत्परता से मौके पर पहुंचकर भीड़ को शांत किया। सुरक्षा टीम ने समन्वय के साथ भीड़ को नियंत्रित किया, जिसके बाद कार्यक्रम को पुनः शुरू किया गया। दर्शकों के बीच यह मांग प्रमुखता से उठी है कि आगामी कार्यक्रमों में सुरक्षा व्यवस्था और व्यवस्थापन अधिक सख्त होना चाहिए ताकि ऐसी स्थिति दोबारा उत्पन्न न हो।
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वर्धा सांस्कृतिक महोत्सव के दौरान हुए इस हंगामे ने आयोजकों की व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। टिकट वाले कार्यक्रम में भारी भीड़ के बावजूद पर्याप्त प्रबंधन नहीं किया गया। मंच का दृश्य स्पष्ट न दिखाई देने से दर्शकों में असंतोष फैला। भीड़ नियंत्रण के अभाव ने विवाद को और बढ़ा दिया। हंगामे के बाद नागरिकों में यह धारणा मजबूत हो रही है कि बड़े आयोजनों के लिए सुरक्षा व व्यवस्थापन में ठोस और पूर्व नियोजित तैयारी अनिवार्य है।






