
फर्जी नोट गिरोह की लिंक MP तक (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Wardha Crime News: वर्धा शहर के केजाजी चौक क्षेत्र में किराए के मकान में चल रहे नकली नोट छपाई प्रकरण में गिरफ्तार मुख्य आरोपी की पूछताछ में एक और गंभीर तथ्य सामने आया है। जांच के दौरान पता चला कि इस गिरोह की कड़ियां मध्यप्रदेश तक जुड़ी हुई हैं। पुलिस ने जबलपुर से लगभग 100 किलोमीटर दूर कटनी जिले में छापा मारकर नकली नोट, प्रिंटर, लैपटॉप तथा अन्य सामग्री बरामद की है।
बताया जाता है कि इस प्रकरण का मुख्य आरोपी ईश्वर लालसिंग यादव (32) छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव का निवासी है। पिछले एक वर्ष से वह वर्धा के केजाजी चौक पर डॉ. तलवेकर के यहां किराए पर रह रहा था और मकान के ऊपरी माले पर नकली नोट छापने का काम कर रहा था। नासिक में उसके दो साथी पकड़े जाने के बाद यह मामला उजागर हुआ। उस समय ईश्वर कुछ सामग्री लेकर मौके से फरार हो गया था, लेकिन तीन दिन बाद पुलिस ने उसे नागपुर परिसर से हिरासत में लिया। वर्तमान में वह 24 नवंबर तक पुलिस कस्टडी में है। पूछताछ के दौरान आरोपी से कई गंभीर खुलासे हुए हैं।
पुलिस जांच में यह बड़ा खुलासा हुआ कि आरोपी लगभग एक वर्ष से नकली नोट छापने के धंधे में सक्रिय था। वह वर्धा, नागपुर, यवतमाल सहित अन्य जिलों के भीड़भाड़ वाले बाजारों में नकली नोट चलाता था। अब तक लाखों रुपये मूल्य के नकली नोट छापे जाने की जानकारी सामने आई है। नासिक में गिरफ्तार उसके दोनों साथियों को भी वर्धा पुलिस पूछताछ के लिए जल्द हिरासत में लेने की तैयारी में है।
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पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर एसपी अनुराग जैन, अपर पुलिस अधीक्षक सदाशिव वाघमारे, डीवाईएसपी प्रमोद मकेश्वर तथा थानेदार संतोष ताले के निर्देशानुसार पीएसआई प्रमोद रास्कर, पुलिसकर्मी इमरान खिलची, महेंद्र पाटिल और एलसीबी के मंगेश आदे की टीम आरोपी को साथ लेकर मध्यप्रदेश के जबलपुर पहुंची। वहां से टीम कटनी जिले गई, जहां आरोपी ने किराए से एक कमरा ले रखा था।
कमरे की तलाशी में पुलिस को 500 रुपये मूल्य के 596 पूर्ण छपे नकली नोट, एक तरफ से छपे 107 नोट, दूसरी तरफ से छपे 118 नोट, 170 आधे छपे नोट मिले। इसके अलावा पुलिस ने एक प्रिंटर, लैपटॉप, मोबाइल फोन और सिम कार्ड भी जब्त किया। पूरी सामग्री जब्त करने के बाद पुलिस टीम आरोपी को लेकर पुनः वर्धा लौटी।






