खंडहर समाज भवन (सौजन्य-नवभारत)
Wardha News: वर्धा शहर के इतवारा परिसर में नागरिकों को समाज भवन उपलब्ध कराया गया था। लेकिन प्रशासन के उदासीन रवैये के चलते आज वह पूर्णत: खंडहर में तब्दील हो गया है। समाज भवन हैंडओवर प्रक्रिया तथा देखभाल के संदर्भ में नागरिकों को उचित मार्गदर्शन नहीं दिया गया, ऐसा आरोप नागरिकों द्वारा लगाया गया है।
एक ओर प्रशासन द्वारा स्वच्छता व स्वास्थ्य के संदर्भ में विविध उपक्रमों के माध्यम से जनजागृति करने का दावा कर रही है। लेकिन जहां सर्वाधित जनजागृति की जरूरत है, वहां तक प्रशासन पहुंच ही नहीं रहा, यह वास्तविकता है। इतवारा परिसर शहर का प्रमुख परिसर है। जो मार्केट से सटा हुआ रहने के बावजूद अत्यंत बुरे हालात में है।
यहां रहनेवाले नागरिक जादातर मजदूरी करने वाले हैं। रोज मजदूरी के लिए जाना तथा कमाई के बाद घर का चूल्हा जलाकर पेट की भूख मिटाने तक ही उनका जीवन सिमित है। परिसर के नागरिकों में शिक्षा का पूर्णत: अभाव है। नागरी सुविधाओं से वंचित इस क्षेत्र में कुछ वर्ष पूर्व समाज भवन की निर्मिती की गई थी। धूमधाम से उद्घाटन भी किया गया।
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लेकिन नागरिकों का आरोप है कि, समाजभवन हैंडओवर प्रक्रिया तथा देखभाल के संदर्भ में किसी भी प्रकार के निर्देश नहीं दिए गए। परिणामवश आज यह समाज भवन खंडहर में तब्दील हो गया है। परिसर में पैर रखना तक कठिन है। पूर्व नगर परिषद के सदस्यों का उदासीन रवैया भी समाजभवन की बदहाली के लिए कारण बनने की बात बताई जा रही है। संबंधित प्रशासन ने उचित उपाययोजना कर हैंडओवर से जुड़ी प्रक्रिया पूर्ण करनी चाहिए, ऐसी मांग जोर पकड़ रही है।