वर्धा साइबर क्राइम (डिजाइन फोटो)
Wardha Cyber Fraud: दिन-ब-दिन साइबर क्राइम के मामले बढ़ते जा रहे हैं। आये दिन लोग साइबर अपराध के शिकार हो रहे हैं। अपराधी नए-नए फंडे आजमा कर लोगों साइबर थाने में 2024 व 2025 इन वर्षों को ऑनलान चपत लगा रहे हैं। स्थानीय में 21 माह में अब तक साइबर क्राइम के 92 मामले दर्ज किये गए हैं। इसमें नागरिकों को करोड़ों की चपत लगी है। जबकि साइबर पुलिस ने 2024 में 19 मामले उजागर करते हुए 8 लाख 75 हजार 500 रुपए की राशि जब्त कर ली।
वहीं 2025 में 3 मामले उजागर करते हुए डेढ़ लाख रुपए बचाए है। बता दें कि साइबर अपराधी एपीके फाईल्स, सेक्सटॉर्शन, पार्सल फ्रॉड, डिजिटल अरेस्ट, बैकिंग फ्रॉड, टास्क फ्रॉड, लोन फ्रॉड, किसान योजना, बिजली बिल भुगतान के अलावा विभिन्न तरह के फंडे आजमाते हुए फ्रॉड को अंजाम देते हैं। साइबर सेल द्वारा व्यापक तौर पर जनजागरण करने के बावजूद भी लोग इसका शिकार हो रहे हैं। नागरिकों ने इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए सतर्क रहने का आहवान साइबर सेल पुलिस ने किया है।
जानकारी के अनुसार जिले में 2024 में कुल 67 मामले दर्ज हुए है इसमें 2 करोड़ 33 लाख 90 हजार 654 रुपयों साइबर अपराधियों ने ऑनलाइन उड़ाए है, वहीं सन 2025 में अब तक 25 मामले प्रकाश में आये है। इसमें साइबर अपराधियों ने 1 करोड़ 57 लाख 48 हजार 11 रुपए उड़ाए है।
पिछले 21 माह में साइबर अपराधियों ने 3.90 करोड़ से अधिक की राशि उड़ाने की जानकारी है। इनमें से अब तक 2024 में 8 लाख 78 हजार 500 रुपए व 2025 में डेढ़ लाख रुपए बचाने में साइबर पुलिस को सफलता मिली है। पुलिस ने कुछ मामलों में बाहरी राज्य से आरोपियों को भी हिरासत में लिया है।
स्थानीय अपराध शाखा प्रमुख विनोद चौधरी ने बताया कि, साइबर क्राइम को रोकने के लिए पुलिस अधीक्षक अनुराग जैन, अपर पुलिस अधीक्षक सदाशिव वाघमारे के मार्गदर्शन में जिले में साइबर साक्षरता अभियान चलाया जा रहा है। स्कूल, कॉलेज, कंपनी व आस्थापनाओं में जाकर कार्यशाला व जनजागरण पर मार्गदर्शन हो रहा है।
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साइबर रथ का भ्रमण हो रहा है। शहर में भीड़ के जगह पर स्टॉल लगाकर जानकारी दी जा रही है। सभी पुलिस पाटिल की बैठक लेकर उन्हें सूचना की गई है, जनता ने साइबर अपराध से बचने के लिए सतर्क रहना चाहिए, अज्ञात मैसेज व फोन कॉल के झासे में न आये। कही पर भी संदेह आने पर साइबर पुलिस से संपर्क करने का आवहान उन्होंने किया है।