(प्रतीकात्मक तस्वीर)
Thane News: महाराष्ट्र में रिश्वतखोरी के एक मामले में गिरफ्तार ठाणे के उप नगर आयुक्त शंकर पटोले और दो अन्य लोगों को सोमवार को एक अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पटोले, डेटा ऑपरेटर ओमकार गायकर और सुशांत सुर्वे की पुलिस हिरासत दिन में समाप्त हो गई, जिसके बाद उन्हें अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एस एस शिंदे की अदालत में पेश किया गया।
इस मामले की जांच कर रहे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने तीनों की पुलिस हिरासत पर जोर नहीं दिया। अदालत के एक अधिकारी ने बताया कि तीनों की जमानत याचिका पर सुनवाई आठ अक्टूबर को निर्धारित की गई है। उप नगर आयुक्त पटोले और गायकर को एक अक्टूबर को नगर निगम मुख्यालय में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) द्वारा मारे गए छापे के दौरान गिरफ्तार किया गया था।
पटोले ठाणे नगर निगम के अतिक्रमण नियंत्रण और निष्कासन विभाग का नेतृत्व कर रहे थे। रियल एस्टेट डेवलपर अभिजीत कदम ने मुंबई एसीबी से शिकायत की थी कि ठाणे के एक नगर निगम अधिकारी (पटोले) ने शहर में उनके परिसर से अतिक्रमण हटाने के लिए कथित तौर पर 50 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी।
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शिकायतकर्ता ने दावा किया कि उसने चार जुलाई को सुशांत सुर्वे के माध्यम से अधिकारी को 10 लाख रुपये का भुगतान कर दिया था। सुर्वे ने तीन अक्टूबर को आत्मसमर्पण कर दिया था और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।