नवी मुंबई में धोखाधड़ी (pic credit; social media)
Navi Mumbai Fraud: ठगी करने वाले गिरोह ने अंधविश्वास और “विशेष शक्तियों” का डर दिखाकर एक बेटे को करोड़ों की चपत लगा दी। नेरुल निवासी तेजस घोडेकर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि 6 लोगों ने उनकी बीमार मां को ठीक करने का वादा किया और इलाज के नाम पर किश्तों में 3.10 करोड़ रुपये ले लिए।
आरोपियों ने खुद को विशेष शक्तियों से संपन्न बताकर दावा किया कि वे तेजस की बीमार मां को पूरी तरह स्वस्थ कर देंगे। घोडेकर परिवार को भावनात्मक रूप से फंसाकर लगातार अलग-अलग किस्तों में मोटी रकम ऐंठ ली गई।
पुलिस ने बताया कि इस मामले में मुस्तफा शेख उर्फ कांबले, आहत शेख, सफीना नानू शेख, नानू शेख, वसीम शेखा और रफीक शेख के नाम सामने आए हैं। ये सभी पालघर जिले के रहने वाले हैं। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
तेजस ने अपनी शिकायत में कहा कि करोड़ों रुपये देने के बावजूद न तो उनकी मां की तबीयत सुधरी और न ही आरोपियों ने पैसा लौटाया। आखिरकार, ठगा हुआ बेटा थाने पहुंचा और मामला उजागर हुआ।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शहरों में लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जहां लोग ठगों के झांसे में आकर अपनी जमा-पूंजी गंवा बैठते हैं। अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि ऐसे “चमत्कारी इलाज” के दावों में न फंसें और तुरंत पुलिस को सूचना दें।
विशेषज्ञ मानते हैं कि पढ़े-लिखे लोग भी अंधविश्वास के जाल में फंस जाते हैं, खासकर तब जब मामला किसी अपनों की जान से जुड़ा हो। ठग इसी कमजोरी का फायदा उठाते हैं। फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है। मामला सामने आने के बाद नवी मुंबई में लोगों में गुस्सा और चिंता दोनों है।