मोरीवली MIDC में MPCB का छापा (pic credit; social media)
MPCB Raids Morivali MIDC: मोरीवली एमआईडीसी में लंबे समय से हो रहे वायु प्रदूषण के मामलों पर महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीसीबी) ने कड़ा कदम उठाया है। स्थानीय पत्रकारों द्वारा लगातार उठाई गई शिकायतों के बाद, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने मोरीवली एमआईडीसी की 30 कंपनियों पर छापेमारी के आदेश दिए। निरीक्षण रिपोर्ट में पाया गया कि इन कंपनियों में से 12 ने एमपीसीबी के नियमों का उल्लंघन किया और गंभीर वायु प्रदूषण फैला रही हैं।
बी-केबिन रोड, मोरीवली पाड़ा क्षेत्र में पिछले वर्षों में सैकड़ों इमारतें बन चुकी हैं और लगभग 50 हजार से अधिक लोग यहां बस चुके हैं। हालांकि मोरीवली एमआईडीसी रेलवे ट्रैक और मुख्य रोड के पार स्थित है, लेकिन इसके पास रहने वाले लोग लगातार प्रदूषण से परेशान हैं। कई केमिकल कंपनियां वर्षों से काम कर रही हैं, लेकिन कुछ गैर-जिम्मेदार कंपनियों ने नियमों की अनदेखी कर स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य को खतरे में डाल दिया।
एमपीसीबी अधिकारियों ने बुधवार रात छापेमारी के दौरान 30 कंपनियों की जांच की और प्रदूषण निगरानी प्रणाली स्थापित की। रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया कि 12 कंपनियां नियमों का पालन नहीं कर रही थीं। इन कंपनियों द्वारा फैलाए गए वायु प्रदूषण से आसपास रहने वाले हजारों नागरिक गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्थानीय अधिकारियों को फटकार लगाई और एमपीसीबी से निर्देश दिए कि नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाए। इस कार्रवाई से मोरीवली एमआईडीसी में पर्यावरणीय सुरक्षा को लेकर एक बड़ा संदेश गया है। अब बोर्ड इन कंपनियों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है, ताकि भविष्य में प्रदूषण नियंत्रण नियमों का उल्लंघन रोक सके।
स्थानीय नागरिकों और पर्यावरण विशेषज्ञों ने इस कदम की सराहना की है। उनका कहना है कि लंबे समय से जारी अनियमितताओं और प्रदूषण के कारण यहां रहने वालों की सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ा है।