
पनवेल ठोस कचरा समस्या (सौ. सोशल मीडिया )
Navi Mumbai News In Hindi: पनवेल तहसील के तहत आने वाले क्षेत्रों में कचरे (ठोस अपशिष्ट) की समस्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। पनवेल तालुका की कुल 71 ग्राम पंचायतों में से 10 से अधिक ग्राम पंचायतें सिडको अधिसूचित क्षेत्र में और 40 से अधिक ग्राम पंचायतें नैना अधिसूचित क्षेत्र में हैं।
नियोजन प्राधिकरण के माध्यम से विभिन्न निर्माणों की अनुमति देते समय विकास शुल्क लगाया जाता है। साथ ही सीवेज और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन सुनिश्चित करने के बाद ही अधिभोग प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। तेजी से हो रहे विकास कार्यों और शहरीकरण के कारण पनवेल में कचरे की मात्रा बढ़ गई है।
जिसका निपटारा करने के लिए सिडको आवश्यक कदम उठाए, ऐसी मांग पनवेल के विधायक प्रशांत ठाकुर ने सिडको के उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक विजय सिंघल से की है। विधायक प्रशांत ठाकुर ने अपने ज्ञापन में कहा है कि सिडको और नैना जैसे नियोजन प्राधिकरणों द्वारा विभिन्न विकास कार्यों के कारण, अधिसूचित क्षेत्रों में आवासीय, औद्योगिक और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
अधिसूचित क्षेत्रों में बढ़ते विकास कार्यों के कारण शहरी आबादी तेजी से बढ़ रही है। इसलिए अधिसूचित क्षेत्रों में आवासीय, वाणिज्यिक और औद्योगिक प्रतिष्ठानों से अब रोज अधिक कचरा निकलने लगा है।
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ठाकुर ने कहा है कि वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में ठोस अपशिष्ट संग्रहण ग्राम पंचायत के माध्यम से किया जा रहा है, जिस पर वैज्ञानिक तरीके से प्रसंस्करण नहीं किया जाता है। ग्राम पंचायत के पास ठोस अपशिष्ट प्रसंस्करण परियोजना स्थापित करने के लिए आवश्यक धन, मानव संसाधन, सामग्री और – तकनीकी सुविधाओं का अभाव है। पनवेल के अंतर्गत सिडको-नैना अधिसूचित क्षेत्र में उत्पन्न कचरे का प्रसंस्करण सिडको ठोस अपशिष्ट प्रबंधन परियोजना के माध्यम से किया जाना चाहिए।






