मीरा-भाईंदर सड़क हादसा (pic credit; social media)
Mira-Bhayander Accident: मीरा-भाईंदर महानगरपालिका के उत्तन डंपिंग ग्राउंड से बढ़ती अनियंत्रित परेशानी एक बार फिर जानलेवा साबित हुई है। शुक्रवार दोपहर लगभग 1 बजे, डोंगरी पेट्रोल पंप के पास एक स्कूटी सवार गैरी लाल लालचंद जैन (67) को डंपर ने कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना से स्थानीय निवासी सकते में हैं और नागरिकों ने डंपरों की लापरवाही को लेकर भारी आक्रोश व्यक्त किया है।
स्थानीय पुलिस निरीक्षक शिवाजी नाईक के अनुसार, डंपर चालक की पहचान प्रदीप पाटिल के रूप में हुई है। नागरिकों का आरोप है कि अधिकांश डंपर चालक शराब के नशे में अकेले वाहन चलाते हैं, जबकि कई गाड़ियों में नंबर प्लेट और लाइट तक नहीं होती।
उत्तन डंपिंग ग्राउंड परियोजना को शुरू में आदर्श ठोस अपशिष्ट परियोजना बताया गया था, जिसमें कचरे का वैज्ञानिक तरीके से निपटान किया जाना था। लेकिन वास्तविकता इससे विपरीत सामने आई है। पूर्व सभापति बर्नाड डिमेली का कहना है कि यहां बड़े पैमाने पर अपशिष्ट फैल रहा है, जिससे क्षेत्र में बदबू, प्रदूषण और दूषित पानी फैल रहा है। यह पानी खेतों को बंजर कर रहा है और समुद्र के रास्ते छोटे मछुआरों की आजीविका भी प्रभावित हो रही है।
नागरिकों और स्थानीय नेताओं ने प्रशासन से मांग की है कि सभी डंपर वाहनों की तुरंत जांच की जाए। दोषी चालकों और ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और अनुबंध रद्द किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो उत्तन क्षेत्र के 5 गांवों के लोग कचरा ढोने वाले वाहनों को रोककर बड़े आंदोलन पर उतरेंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
स्थानीय लोग डंपिंग ग्राउंड की अनियंत्रित गतिविधियों से डर और नाराजगी में हैं। उनका कहना है कि न केवल प्रदूषण बढ़ा है, बल्कि वाहनों की लापरवाही उनके जीवन के लिए सीधा खतरा बन गई है। नागरिक चाहते हैं कि प्रशासन त्वरित कार्रवाई कर डंपर चालकों की सुरक्षा नियमों का पालन सुनिश्चित करे और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जाए।