मादक पदार्थ तस्करी गिरोह का भंडाफोड़,
Thane News: महाराष्ट्र के मादक पदार्थ रोधी कार्यबल (एएनटीएफ) ने एक अंतरराज्यीय मादक पदार्थ तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए बेंगलुरु में मेफेड्रोन बनाने वाली तीन फैक्ट्रियों को ध्वस्त कर दिया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस कार्रवाई के दौरान करीब 55.88 करोड़ रुपये मूल्य के मादक पदार्थ और उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले उपकरण जब्त किए गए हैं।
मादक पदार्थों के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान के तहत यह कार्रवाई पिछले सप्ताह पुणे-मुंबई राजमार्ग पर एक व्यक्ति की गिरफ्तारी के साथ शुरू हुई थी। अधिकारी के अनुसार, एएनटीएफ की कोंकण इकाई ने 21 दिसंबर को नवी मुंबई के वाशी गांव के पास पुणे–मुंबई राजमार्ग पर आरोपी अब्दुल कादिर रशीद शेख को गिरफ्तार किया था, जिसके पास से 1.48 करोड़ रुपये मूल्य की मेफेड्रोन जब्त की गई।
पूछताछ के आधार पर पुलिस बेलगाम निवासी प्रशांत यल्लप्पा पाटिल तक पहुंची, जो मादक पदार्थों के उत्पादन में संलिप्त था। जांच के दौरान खुलासा हुआ कि बेंगलुरु में मादक पदार्थ उत्पादन के लिए तीन फैक्ट्रियां संचालित की जा रही थीं। इस जानकारी के आधार पर एएनटीएफ ने इस सप्ताह की शुरुआत में राजस्थान निवासी सूरज रमेश यादव और मलखान रामलाल बिश्नोई को गिरफ्तार किया, जो कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में मादक पदार्थों का अवैध कारोबार कर रहे थे।
गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर एनजी गोलाहल्ली, येरप्पनहल्ली और कन्नूर स्थित विनिर्माण इकाइयों पर छापेमारी की गई। इस दौरान ठोस और तरल रूप में कुल 21.4 किलोग्राम मेफेड्रोन जब्त की गई।पुलिस ने बताया कि मादक पदार्थों के उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले उपकरण और रसायन भी जब्त कर लिए गए हैं तथा तीनों फैक्ट्रियों को ध्वस्त कर दिया गया है।
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विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रारंभिक जांच से संकेत मिले हैं कि इन इकाइयों में उत्पादित मेफेड्रोन की आपूर्ति कई राज्यों में की जा रही थी और इससे अर्जित धनराशि का निवेश बेंगलुरु के रियल एस्टेट क्षेत्र में किया जा रहा था। पुलिस के अनुसार, इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि दो मुख्य संदिग्धों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)