विधायक चौगुले (pic credit;, social media)
Corruption in Bhiwandi DP: भिवंडी के विकास प्रारूप (DP) में हुए कथित घोटाले को लेकर भाजपा विधायक महेश प्रभाकर चौगुले ने बड़ा मोर्चा खोल दिया है। चौगुले ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित शीर्ष अधिकारियों को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि नगर विकास विभाग की मिलीभगत से करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है।
बिल्डरों के फायदे के लिए आरक्षित भूखंडों को नियम तोड़कर मुक्त कर दिया गया है। उन्होंने इस पूरे प्रकरण की जांच हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से कराने और दोषी अधिकारियों पर आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है।
विधायक चौगुले का आरोप है कि भिवंडी जैसे तेजी से बढ़ते शहर के लिए जो विकास प्रारूप तैयार किया गया है, उसमें जनता की जरूरतों की घोर अनदेखी की गई है। करीब 25 लाख की आबादी वाले इस शहर में बुनियादी सुविधाएं चरमराई हुई हैं, लेकिन DP में विकास की बजाय सिर्फ आर्थिक हित साधे गए हैं।
चौगुले ने कहा कि शहर विकास के नाम पर आरक्षित भूखंडों को बिल्डरों के हवाले कर दिया गया है, जिससे आम जनता को फायदा होने के बजाय नुकसान हुआ है।
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उन्होंने यह भी कहा कि यह मामला इतना गंभीर है कि इसकी जांच सिर्फ प्रशासनिक स्तर पर नहीं हो सकती। इसलिए हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए। साथ ही चौगुले ने यह मांग भी रखी है कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक इस DP को जनहित में स्थगित किया जाए।
चौगुले ने अपने पत्र में पूर्व प्रशासक अजय वैद्य सहित DP कमेटी से जुड़े अधिकारियों पर भी उंगली उठाई है और कहा है कि इन पर आपराधिक मामला दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार की वजह से भिवंडी के विकास की रफ्तार रुक गई है और करोड़ों रुपये की हेराफेरी की गई है।
इस मामले ने राजनीतिक हलकों में भी गर्मी बढ़ा दी है। अब देखना यह होगा कि मुख्यमंत्री फडणवीस इस गंभीर आरोप और मांग पर क्या कदम उठाते हैं।