अमित सरैया भाजपा में शामिल (pic credit; social media)
Amit Saraiya joins BJP: ठाणे की राजनीति में एक बड़ा उलटफेर हुआ है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. जितेंद्र आव्हाड के करीबी और पूर्व नगरसेवक अमित सरैया ने गुरुवार को भाजपा का दामन थाम लिया। सरैया का पार्टी प्रवेश न केवल भाजपा के लिए मजबूती का संकेत है, बल्कि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना के लिए सीधी चुनौती भी है।
भाजपा ने सरैया के प्रवेश कार्यक्रम को भव्य तरीके से आयोजित किया। प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र चव्हाण ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर विधायक संजय केलकर, निरंजन डावखरे, जिला अध्यक्ष संदीप लेले और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। भाजपा ने साफ कर दिया है कि सरैया को आने वाले दिनों में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।
अमित सरैया की पहचान आव्हाड के कट्टर समर्थक और वागले इस्टेट इलाके के प्रभावी नेता के रूप में रही है। 2012 में उन्होंने सावरकर नगर वार्ड से चुनाव जीतकर शिवसेना को हराया था, हालांकि 2017 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद सरैया का दबदबा इलाके में कायम रहा।
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दो दिन पहले ही वागले इस्टेट थाने में सरैया और शिवसेना के एक पूर्व पदाधिकारी के बीच कहासुनी और धक्का-मुक्की की घटना हुई थी। इसके बाद अचानक भाजपा में शामिल होने से ठाणे की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सरैया का भाजपा में आना, आगामी नगर निगम चुनाव में शिंदे गुट के लिए खतरे की घंटी है। खासकर वागले इस्टेट और लोकमान्य नगर जैसे क्षेत्रों में भाजपा की ताकत बढ़ेगी।
भाजपा पहले ही विधानसभा चुनाव में ठाणे जिले में शानदार प्रदर्शन कर चुकी है और अब निगम चुनाव में नंबर वन बनने के लिए पूरी रणनीति के साथ उतर चुकी है। सरैया का शामिल होना इसी मिशन का अहम हिस्सा माना जा रहा है।