
फलटन मामले का ट्रायंगल लोगों के सामने लाने लायक नहीं: मंत्री गोरे (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Solapur News: फलटन में हुई महिला डॉक्टर की मौत के मामले में मृतका और दोनों आरोपियों के मोबाइल फोन की जांच के बाद स्थिति गंभीर प्रतीत होती है। यह “ट्रायंगल” (प्रेम प्रसंग) लोगों के सामने लाने लायक नहीं है। अब अनुरोध है कि इस मौत का राजनीतिकरण बंद किया जाए। वस्तुनिष्ठ और पारदर्शी जांच होने दी जाए। जिसे सज़ा मिलनी है, उसे अदालत से अवश्य सज़ा मिलेगी ऐसी जानकारी पालकमंत्री जयकुमार गोरे ने दी।
पंढरपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मंत्री गोरे ने कहा कि अगर पुलिस को फलटन प्रकरण की वास्तविकता सार्वजनिक करने की अनुमति दी गई, तो जो सच्चाई सामने आएगी, उसे सभी को स्वीकार करना होगा। इस पूरे मामले का रहस्य मृत महिला डॉक्टर, दोनों आरोपियों और कुछ अन्य लोगों के मोबाइल में छिपा है। उन्होंने कहा कि “हमारी संस्कृति में जीवित या मृत बहन के प्रति अनादर करने की परंपरा नहीं है। इस मामले के बहाने कोई राजनीतिक लाभ उठाने का प्रयास न करे। जांच पारदर्शी ढंग से हो, ताकि मृत डॉक्टर युवती को न्याय मिल सके।”
डॉक्टर युवती आत्महत्या मामले में विधान परिषद के पूर्व सभापति रामराजे नाईक-निंबालकर ने कहा था कि वे मृत डॉक्टर का पुतला स्थापित करेंगे और भाई दूज नहीं मनाएंगे। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए गोरे ने कहा, “अच्छे लोगों का नाम लें। जिनका राजनीतिक अस्तित्व खत्म हो चुका है, वे इस मामले के बहाने पुनर्वास का मार्ग खोज रहे हैं। जनता भोली नहीं है। उसने पिछले 40 वर्षों में सब कुछ देखा है। बेवजह राजनीति न करें।”
उद्धव सेना के सांसद संजय राउत पर भी मंत्री गोरे ने निशाना साधा। उन्होंने कहा, “उनकी तबीयत के बारे में मुझे जानकारी नहीं है, इसलिए अधिक बोलना उचित नहीं। लेकिन शायद उन्होंने तय किया होगा कि साल में दो महीने झूठ नहीं बोलना है, इसलिए उन्होंने इस समय मौन धारण किया है।”
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राष्ट्रवादी शरदचंद्र पवार पार्टी के युवा प्रदेशाध्यक्ष महेबूब शेख ने इस मामले की जांच के लिए आयोग गठित करने की मांग की थी। इस पर गोरे ने कहा, “अगर वे कोई आयोग गठित करना चाहते हैं, तो उसका नाम सुझाएं। भले ही वह ‘महेबूब आयोग’ ही क्यों न हो, हमें कोई आपत्ति नहीं। लेकिन उसके बाद जो सच्चाई सामने आएगी, उसे सभी को स्वीकार करना होगा।”
कार्तिकी यात्रा के अवसर पर पंढरपुर के विठ्ठल मंदिर में वीआईपी दर्शन 9 नवंबर तक बंद रहेगा। इससे श्रद्धालुओं को सहज और सुगम दर्शन का अवसर मिलेगा। इस वर्ष अधिक वर्षा के कारण वारी में आने वाले भक्तों की संख्या कुछ कम रही है, लेकिन अगले दो दिनों में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने की संभावना है, ऐसी जानकारी पालकमंत्री जयकुमार गोरे ने दी।






