3 हार पचाने के बाद भी कांग्रेस खत्म नहीं हुई है (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Solapur Congress: समय बदल गया है। लेकिन कांग्रेस पार्टी ने अपना रुख नहीं बदला है। हमने सभी धर्मों के बीच सद्भाव को कहीं भी बिगड़ने नहीं दिया। कांग्रेस गिरती है और फिर उठ खड़ी होती है। इसने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया। एक हार से कुछ नहीं बिगड़ता। हमने तीन हार झेली हैं। किसी के बोलने से कांग्रेस खत्म नहीं होती, इन शब्दों के साथ वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाने की कोशिश की।
वे कांग्रेस भवन में नए ज़िला अध्यक्ष सतलिंग शतगर के अभिनंदन समारोह में बोल रहे थे। इस दौरान कांग्रेस के शीर्ष पदाधिकारी मौजूद थे। इस अवसर पर शिंदे ने कहा, “देश की अठारह जातियों ने कांग्रेस पार्टी को खड़ा करने के लिए कड़ी मेहनत की थी। सोलापुर कांग्रेस में कई ज़िला अध्यक्ष रहे हैं। लेकिन मज़बूत अध्यक्ष बहुत कम चुने गए हैं। हम दो बार हारे, यह ठीक है। लेकिन पंडित नेहरू के विचारों के अनुसार हमें फिर से खड़ा होना होगा।”
सोलापुर कांग्रेस के कई ज़िला अध्यक्ष रहे हैं। लेकिन, मज़बूत अध्यक्ष तो उंगलियों पर गिने ही गए हैं। कांग्रेस पार्टी के नए पदाधिकारियों को अभी बहुत मेहनत करनी होगी। एक-दो घटनाओं को छोड़कर, हम बहुत खुश लोग हैं। लेकिन, नए लोगों को बहुत मेहनत करनी होगी। आपने कठिन परिस्थितियों में बड़े उत्साह से पद स्वीकार किया है। आपको दिन-रात मेहनत करनी होगी। आपको कांग्रेस को आगे बढ़ाना होगा, शिंदे ने स्थानीय पदाधिकारियों को सलाह दी।
मेयर चेतन नरोटे दिन-रात काम करते हैं। लेकिन कभी-कभी उन पर भी आरोप लगते हैं। काम करने वालों पर आरोप लगना लाज़मी है। लेकिन, काम करने वालों को भी पता लगाना चाहिए कि उन पर आरोप क्यों लगते हैं। मुझे यकीन है कि वे इस बात में भी सुधार करेंगे कि ये आरोप क्यों लगते हैं। मेरे पास कई कार्यकर्ताओं के फ़ोन आते हैं। मैं सबके फ़ोन उठाता हूं। मैं कभी फ़ोन नहीं लेता और न ही किसी को फ़ोन देता हूं। किसी की आलोचना से मत डरो। शिंदे ने स्थानीय नेताओं को यह भी भरोसा दिलाया कि हम सब आपके साथ हैं।