मासूम की घर के पिछे बने तालाब में डूबकर मौत (सौजन्यः सोशल मीडिया)
सोलापुर: सुबह का वक्त था। किसान अपने-अपने खेतों में काम में जुटे थे। श्री भी घर के आंगन में खेल रहा था। उसकी मां घर के कामों में व्यस्त थी, दादी बकरियां चराने खेत में गई हुई थीं और पिता गांव से बाहर थे। किसी को अंदाजा भी नहीं था कि मासूम कब दरवाजे के पीछे बने तालाब की ओर बढ़ गया।
13 माह का ‘श्री’ खेलते-खेलते कब तालाब के किनारे पहुंचा और कब फिसलकर उसमें गिर गया, किसी को पता ही नहीं चला। कुछ देर बाद घरवालों ने उसे देखा तो सब कुछ खत्म हो चुका था। सबसे पहले उसके चाचा ने पानी में उसका नन्हा शरीर तैरता देखा। वह दौड़कर चिल्लाया बचाओ! लेकिन बहुत देर हो चुकी थी।
सोलापुर जिले के कुमठे गांव में रविवार को एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया। 13 महीने का मासूम ‘श्री मामुरे’ घर के आंगन में खेलते-खेलते घर के पीछे बने गहरे तालाब तक पहुंच गया और उसमें गिरकर डूब गया। तालाब महज 10 फीट की दूरी पर था और करीब 12 फीट गहरा था।
यह तालाब घर से महज 10 फीट की दूरी पर था, करीब 12 फीट गहरा। इसमें पानी जमा करने के लिए परिवार ने काफी मेहनत और पैसे लगाए थे। लेकिन उसकी सुरक्षा के लिए बाड़ लगाने का काम आर्थिक तंगी के कारण टलता रहा। 2 महीने पहले ही श्री के दादा एक सड़क हादसे में बुरी तरह घायल हो गए थे। उनके इलाज में करीब एक लाख रुपये खर्च हो गए। उसी वजह से बाड़ लगाने की योजना स्थगित हो गई।
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रविवार शाम को परिजनों ने भारी मन से घर के पीछे छोटे से गड्ढे में उसका अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन इस दुखद कहानी का अंत यहीं नहीं हुआ। परिवार के ही एक रिश्तेदार बच्चे के मामा ने मौत पर संदेह जताया और पुलिस में शिकायत कर दी। बताया जाता है कि परिवार में कुछ समय से मनमुटाव चल रहा था।
शिकायत के बाद पुलिस ने गंभीरता से कदम उठाया। तहसीलदार की मौजूदगी में रात में ही बालक के शव को कब्र से बाहर निकलवाया गया। रविवार रात में ही शव को सोलापुर के सरकारी अस्पताल भेजा गया, जहां सोमवार को उसका पोस्टमार्टम किया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट तहसीलदार को भेजी जाएगी और उसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
सोमवार दोपहर श्री का दोबारा अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस ने कहा है कि पोस्टमार्टम और तहसीलदार की रिपोर्ट के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि यह पूरी तरह दुर्घटना थी या कुछ और।