श्रीकांत शिंदे (सौजन्य-सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: राहुल गांधी द्वारा सावरकर के बारे में की गई टिप्पणी के बाद उनका हर तरफ से विरोध किया जा रहा है। इस बीच शिवसेना नेता श्रीकांत शिंदे ने राहुल गांधी को करारा जवाब दिया है। उन्होंने राहुल गांधी के अपने पार्टी के नेता पर सवाल खड़े कर दिए है।
शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने संसद में वीर सावरकर पर की गई टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा और पूछा कि क्या वह लोकसभा में विपक्ष के नेता की टिप्पणी से सहमत है। उन्होंने सवाल खड़े किए कि वीर सावरकर की गई टिप्पणी पर शिवसेना यूबीटी कैसे खामोश रह सकती है।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उस टिप्पणी पर प्रकाश डाला जिसमें उन्होंने सावरकर की प्रशंसा की थी। शिंदे ने कहा, “मैंने उन्हें सिर्फ़ यह याद दिलाया कि इंदिरा गांधी ने वीर सावरकर के बारे में क्या कहा था। उन्हें इतना परेशान होने की कोई ज़रूरत नहीं थी।”
उन्होंने अपने ट्वीट के बारे में बताते हुए कहा, “मैंने इंदिरा गांधी द्वारा वीर सावरकर को लिखे गए पत्र को ट्वीट किया क्योंकि इससे सच्चाई सामने आती है। वे हमेशा वीर सावरकर को नीचा दिखाने और उनका अपमान करने की कोशिश करते हैं। मैं शिवसेना (यूबीटी) से भी पूछना चाहता हूं कि क्या वे राहुल गांधी द्वारा वीर सावरकर के बारे में कही जाने वाली बातों से सहमत हैं? मुझे लगता है कि उन्हें नहीं पता कि उनकी दादी ने वीर सावरकर के बारे में क्या लिखा था।”
The Shiv Sena vehemently condemns the shameless character assassination of Swatantryaveer Savarkar ji. It is appalling that opposition political parties in Maharashtra remain spineless and mute spectators in the face of Leader of Opposition Rahul Gandhi’s relentless and… pic.twitter.com/qXPtN2Zu0W
— Dr Shrikant Lata Eknath Shinde (@DrSEShinde) December 14, 2024
शिवसेना सांसद नरेश म्हास्के ने भी राहुल गांधी की आलोचना की और कहा कि उनके भाषण से सिर्फ़ उनकी “अपरिपक्वता” साबित हुई। म्हास्के ने कहा, श्रीकांत शिंदे ने इंदिरा गांधी द्वारा वीर सावरकर के बारे में कही गई सकारात्मक बातों पर प्रकाश डाला। राहुल गांधी ने सिर्फ़ उनकी अपरिपक्वता को साबित किया और उजागर किया।
महाराष्ट्र से जुड़ी खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
इससे पहले आज राहुल गांधी ने भाजपा पर तीखा हमला किया। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि जब भी भाजपा संविधान का बचाव करती है, तो वे सावरकर को ‘बदनाम’ कर रहे होते हैं। उन्होंने कहा, “मैं आपसे (भाजपा) पूछना चाहता हूं कि क्या आप अपने नेता के शब्दों पर कायम हैं? क्या आप अपने नेता की बातों का समर्थन करते हैं? क्योंकि जब आप संसद में संविधान की रक्षा के बारे में बोलते हैं, तो आप सावरकर का मजाक उड़ाते हैं, आप सावरकर को गाली देते हैं, आप सावरकर को बदनाम करते हैं।”
लोकसभा ने 13 दिसंबर को संविधान को अपनाने के 75वें वर्ष की शुरुआत के उपलक्ष्य में संविधान पर दो दिवसीय बहस शुरू की। शीतकालीन संसद का पहला सत्र 25 नवंबर को शुरू हुआ, जिसमें व्यवधानों के कारण दोनों सदनों को काफी पहले स्थगित कर दिया गया। शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा।
(एजेंसी इनपुट के साथ)