राज्य में बारिश की संभावना। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
पुणे: दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश से विदर्भ होते हुए मध्य तेलंगाना तक एक द्रोणिका रेखा सक्रिय है। इसके प्रभाव के कारण, भारतीय मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि अगले कुछ दिनों में राज्य के विभिन्न भागों में वर्षा होगी। सोमवार (14) और मंगलवार (15) को राज्य के कोंकण-गोवा क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, जबकि मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में अगले 3 दिनों में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ छींटे, तेज हवाएं और गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी।
मौसम विभाग ने कहा है कि सोमवार को कोल्हापुर, सांगली, सोलापुर, नांदेड़, लातूर और धाराशिव जिलों में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है। भीषण गर्मी से परेशान नागरिकों को रविवार को गर्मी से कुछ राहत मिली। क्योंकि, राज्य के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए हुए थे और ठंडी हवाएं चल रही थीं, जिससे मौसम सुहाना हो गया। पिछले 12 घंटों में मौसम बदल गया है। अधिकतम तापमान में 2 से 4 डिग्री की गिरावट आई। इसलिए अधिकतर इलाकों में अधिकतम तापमान 42 से 43 डिग्री से घटकर 35 से 38 डिग्री पर आ गया है।
इस बीच, विदर्भ के चंद्रपुर, वर्धा और यवतमाल जिलों में भी गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। इसलिए उपरोक्त सभी जिलों के लिए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया गया है। राज्य में एक बार फिर भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है और सोमवार यानी 1 तारीख को भी इसके जारी रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि 14 से 17 अप्रैल तक चार दिनों तक पंद्रह जिलों में आंधी के साथ बारिश होगी। इसमें सांगली जिला भी शामिल है और यहां बारिश का पीला अलर्ट जारी किया गया है।
अगले 24 घंटों में राज्य में अधिकतम तापमान में थोड़ा परिवर्तन होगा, जिसके बाद आंतरिक महाराष्ट्र में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है। इसके अलावा अगले 3 दिनों में न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है। इसके बाद तापमान स्थिर रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि अगले चार-पांच दिनों तक पुणे और आसपास के इलाकों में आसमान साफ रहेगा तथा दोपहर और शाम को आंशिक बादल छाए रहेंगे।
पुणे (14वां), कोल्हापुर (14), सांगली (14), सोलापुर (14 से 17), रायगढ़ (14), रत्नागिरी (14), नांदेड़ (14 से 17), लातूर (14 से 17), धाराशिव (14 से 17), अमरावती (14), चंद्रपुर (14), वर्धा (14), यवतमाल (14), जलगांव (14), छत्रपति संभाजीनगर (14)।
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रविवार दोपहर जिले के कई गांवों में ओलावृष्टि और बारिश हुई। इससे केले और सब्जी की फसलों को काफी नुकसान हुआ है। रविवार को जिले के चोपड़ा, जलगांव, यावल, रावेर आदि क्षेत्रों में ओलावृष्टि और तूफानी बारिश हुई। कई गांवों में आधे घंटे तक ओलावृष्टि और बारिश हुई। करीब पांच से छह हजार हेक्टेयर क्षेत्र में लगी केले की फसल को नुकसान पहुंचा है। तरबूज, खरबूजा और बेल की फसलें भी प्रभावित हुईं। प्याज, मक्का और बाजरा जैसी फसलें भी नष्ट हो गई हैं। नासिक जिले के निफाड़ तालुका के रनवाड़ मंडल में दोपहर को तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई।
डॉ. अनुपम कश्यपी, सेवानिवृत्त मौसम विज्ञानी, आईएमडी, पुणे ने बताया कि उच्च तापमान और उच्च आर्द्रता के कारण वायुमंडल में स्थानीय अस्थिरता उत्पन्न हो गई है, जिसके कारण गरज के साथ बादल बनने लगे हैं। इसलिए, राज्य के अधिकांश भागों में व्यापक बादल छाए हैं। गरज के साथ बारिश का अनुमान है। प्रारंभ में, क्यूम्यलस बादल बनते हैं। फिर, जब यह क्यूम्यलोनिम्बस बादल में परिवर्तित हो जाता है, तो कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होती है। इसलिए, बिजली गिरने के दौरान किसी पेड़ के नीचे या खुले क्षेत्र में खड़े न हों।